Rourkela News: राउरकेला महानगर निगम अंचल में सुभद्रा योजना में व्यापक अव्यवस्था का आरोप लाभुकों ने लगाया है. उनका कहना है कि उनके अंचल के बजाय उन्हें अन्य स्थानों का लाभुक बनाकर इस योजना में शामिल किया गया है. इसे लेकर रविवार को बंडामुंडा की फुलवारी बस्ती में लाभुकों ने जमकर हंगामा मचाया. उनका कहना था कि पहले तो राउरकेला महानगर निगम के डेली मार्केट, नाला रोड, ओल्ड स्टेशन रोड की वंचित लाभुकों को अन्य स्थान से जोड़ दिया गया. वहीं रविवार को उनकी समस्या का समाधान करने के लिए इन अंचलो के लाभुकों को बंडामुंडा के फुलवारी बस्ती के आंगनबाड़ी केंद्र में सुबह नौ से 10 बजे के बीच आने को कहा गया.
पीइओ के विलंब से पहुंचने पर लाभुक दिखीं नाराज
योजना की लाभुक पूर्व निर्धारित समय पर बंडामुंडा के फुलवारी बस्ती के आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंच गयी थीं. लेकिन सुभद्रा योजना के कार्यान्वयन से जुड़ीं पीइओ व अन्य लोग दोपहर 12 बजे पहुंचे. जिससे यहां पर अपना काम छोड़कर पहुंची लाभुकोंं में नाराजगी देखी गयी और उन्होंने जमकर बवाल काटा. जिससे लाभुकों व पीइओ के बीच झड़प होने की भी सूचना है. अंत में सभी लाभुकों का फाेटो खींचने व आधार नंबर लेने के बाद उन्हें छोड़ा गया. लेकिन सुभद्रा योजना की राशि उन्हें कब तक मिलेगी, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
महिलाओं को दो किश्त में मिलेगी 10 हजार रुपये की सहायता राशि
राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा की डबल इंजन सरकार की ओर से आधी आबादी के लिए सुभद्रा योजना की शुरुआत की गयी है. इसमें योग्य लाभुकों को प्रत्येक वर्ष दो किश्त में 10 हजार (पांच-पांच हजार रुपयों) तथा पांच साल में 50 हजार रुपये की रकम मिलेगी. 17 सितंबर को इस योजना के प्रथम चरण की पहली किश्त, नौ अक्तूबर को द्वितीय किश्त तथा 24 नवंबर को तृतीय किश्त प्रदान की गयी है. लेकिन जो लाभुक विभिन्न कारणाें में इससे वंचित हुई हैं, उन्हें कब पहली किश्त मिलेगी, इसका इंतजार है.
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