कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के कैनिंग से कश्मीरी आतंकी जावेद अहमद मुंशी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस सूत्रों का दावा है कि बंगाल में अपनी गतिविधियां बढ़ाने के लिए कश्मीरी आतंकी यहां के कश्मीरी शॉल विक्रेताओं का हाथ थाम रहे हैं. पाकिस्तानी आतंकी संगठन तहरीक-उल-मुजाहिदीन के एक सदस्य को गिरफ्तार करने के बाद प्राथमिक जांच में यह खुलासा हुआ है. पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी दो वर्ष पहले भी कश्मीर से कोलकाता आ चुका है. उसे गिरफ्तार करने के बाद वह कैनिंग में जिसके घर में ठहरा था, उसके परिजनों का दावा है कि जावेद इससे पहले वर्ष 2022 में कोलकाता आ चुका है. उस समय वह मौज-मस्ती करने यहां आया था. वह 12 दिनों तक कोलकाता में रहकर विक्टोरिया सहित अन्य जगहों पर घूमकर लौट गया. घर के मालिक को हिरासत में लेकर शुरू हुई पूछताछ : पुलिस सूत्र बताते हैं कि जिस घर के जावेद गिरफ्तार हुआ है, उसके मकान मालिक मुनव्वर पियादा को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है.उसके परिजनों ने कहा कि गिरफ्तार जावेद के रिश्तेदार ने हर महीने 5,500 रुपये के एवज में एक कमरा किराये पर लिया था. लंबे समय से वे शॉल विक्रेता के रूप में कैनिंग में प्रसिद्ध थे. हमें कैसे पता चलेगा कि उनके परिवार का सदस्य आतंकवादी है.
इलाके में आतंकियों के पकड़े जाने से स्थानीय लोग सहमे हुए हैं. शॉल विक्रेता से आतंकी कनेक्शन की बात सुनकर स्थानीय लोग भी हैरान हैं. उन्होंने कहा कि हम कभी-कभी शॉल खरीदने उनके घर भी जाते थे. हाल ही में एक वृद्ध को काले लिबास में कमरे में देखा था, लेकिन हमने उनसे बात नहीं की, क्योंकि उसने भी बात नहीं की.कैनिंग में किराये के घर में रह कर शॉल बेचने का धंधा करते थे उसके रिश्तेदार
स्थानीय सूत्रों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि गुलाम मोहम्मद नामक एक शख्स कुछ वर्षों से सर्दियों के दौरान कैनिंग में शॉल बेचने आता था. उसने स्थानीय मुनव्वर पियादा के घर में किराये पर कमरा लिया था. उसकी पत्नी तबस्सुम बीबी शॉल साथ रहती थी. शुक्रवार को गुलाम के दूर के रिश्तेदार उस घर में आये थे. स्थानीय लोग इस बात से हैरान हैं कि वे जिस पुराने शॉल विक्रेता को जानते थे, उसका रिश्तेदार तहरीक-उल-मुजाहिदीन का सदस्य है.
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