मुंगेर. किसानों की समस्या, जिले में जनकल्याणकारी योजनाओं में व्याप्त अराजकता, संसद में गृह मंत्री द्वारा बाबा साहब पर टिप्पणी सहित 13 सूत्री मांगों को लेकर किसान दिवस पर समाजवादी पार्टी ने शहीद स्मारक पर सोमवार को एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान सपाईयों ने केंद्र व राज्य सरकार के साथ जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. धरना का नेतृत्व सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने किया. इस दौरान सपाईयों ने किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह के तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित कर जनहित में अनवरत लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया. सपा जिलाध्यक्ष ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि पूंजीपतियों के गोद में बैठी सरकार के इशारे पर अधिकारियों के कोख से भ्रष्टाचार जन्म ले रहा है. किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान का सुध लेने के लिए केंद्र और राज्य सरकार तैयार नहीं है. उन्होंने किसानों के सवालों पर कहा कि बोने के समय डीएपी नहीं, पटवन के समय बिजली नहीं, फसल बेचते समय एमएसपी नहीं यही आज किसानों की नियति बन गयी है. लोहिया वाहिनी के प्रदेश महासचिव रविकांत झा ने कहा कि आम जनता महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, धर्म संप्रदाय के विध्वंसक चपेट में है. संसद कलंकित हो रहा है. संविधान निर्माता बाबा साहब को अपमानित किया जा रहा है. पीएम व सीएम यात्रा के बहाने जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग कर रहे हैं. प्रधान महासचिव मनोज कुमार मधुकर ने कहा कि किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह का सपना गांव गरीब की दशा सुधार का था, लेकिन दुर्भाग्य है अब किसी को किसान दिवस याद नहीं. धरनार्थियों ने बाद में राष्ट्रपति के नाम 13 सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपा. मौके पर मिथिलेश यादव, मो. आजम, अमर शक्ति, सुरेश यादव, डॉ सुधीर गुप्ता, रामनाथ राय, रंजन अराफ़ात, मनोज क्रांति आदि मौजूद थे.
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