रांची (विशेष संवाददाता). इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आइआइआइटी) रांची द्वारा आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) और मशीन लर्निंग (एमआइ) फॉर सस्टेनबल डेवलपमेंट पर पांच दिवसीय फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम सोमवार को संपन्न हो गया. एआइटीसीइ तथा अटल के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम आइआइटी बीएचयू के डॉ सुवीर दास ने एआइ व एमआइ के महत्व पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि कैसे आज तेजी से बदलती तकनीकी परिदृश्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग ने न केवल उद्योगों को नये आयाम दिये हैं. बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. इस अवसर पर ट्रिपल आइटी रांची के निदेशक प्रो राजीव श्रीवास्तव ने भी एआइ व एमआइ की तेजी से बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कैसे एआइ व एमआइ जैसी तकनीकें हमारे समाज और उद्योगों को भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. समापन सत्र में प्रतिभागियों के बीच प्रमाण पत्र वितरित किये गये. कई प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किये. धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रियांक खरे ने दिया.
आइएमएस के विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण कराया जाये : एनएसयूआइ
रांची. रांची विवि अंतर्गत इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आइएमएस) के एमबीए (सत्र 23-25) सेमेस्टर-02 की परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण कराने के लिए एनएसयूआइ ने निदेशक डॉ वीएस तिवारी से मांग की है. इसे लेकर सोमवार को एनएसयूआइ का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य उपाध्यक्ष अमन अहमद के नेतृत्व में आइएमएस निदेशक से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक से कहा कि संस्थान औद्योगिक भ्रमण के लिए दिन व लोकेशन तय करे. औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य है. निदेशक ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इसकी पहल की जायेगी. इस अवसर पर पवन कुमार, प्रिंस राज, सरफराज अहमद, शाबान अंसारी, गुलशन सिंह, तान्या, आर्यन सिंह आदि उपस्थित थे.
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