उरीमारी(हजारीबाग). सयाल के मंगला हाट के समीप रविवार की रात हाइवा के धक्के से बाइक सवार शिवनंदन मुर्मू की मौत हो गयी. जबकि दूसरे घायल युवक सुरेश सोरेन की मौत रिम्स में हो गयी. घटना से आक्रोशित लोगों ने शिवनंदन के शव के साथ रात में ही भुरकुंडा-उरीमारी मेन रोड को जाम कर दिया. सड़क जाम सोमवार को भी जारी रही. जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे. आसपास की कोलियरियों से कोयले की ढुलाई ठप हो गयी.
आउटसोर्सिंग कंपनी का कामकाज भी ठप करा दिया
गुस्साये लोगों ने उरीमारी व बिरसा परियोजना समेत आउटसोर्सिंग कंपनी का कामकाज भी ठप करा दिया. ग्रामीण मृतक के परिवारों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. कोयला ढुलाई व परियोजना का कामकाज ठप होने के कारण सीसीएल को भी करोड़ों के नुकसान का अनुमान है. सोमवार की शाम वार्ता के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ. देर रात सुरेश सोरेन के शव का अंतिम संस्कार उरीमारी में किया गया. जबकि शिवनंदन मुर्मू के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया.
छह-छह लाख मिला मुआवजा
पतरातू सीओ मनोज चौरसिया, भुरकुंडा थाना प्रभारी निर्भय गुप्ता व क्षेत्र के श्रमिक नेताओं की पहल पर वार्ता हुई. विधायक रोशनलाल चौधरी की मौजूदगी में एमपीएल पावर प्लांट कंपनी मृतक के परिजनों को छह-छह लाख रुपये मुआवजा देने को तैयार हुआ. तत्काल तीन-तीन लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया. शेष राशि का भुगतान 15 दिनों के अंदर किया जायेगा. सीसीएल प्रबंधन ने दोनों के परिजन को आउटसोर्सिंग कंपनी सैनिक में रोजगार देने की घोषणा की. सीओ पतरातू ने सरकारी प्रावधान के तहत एक-एक लाख रुपये देने का आश्वासन दिया. ग्रामीणों ने जगह-जगह स्पीड ब्रेकर बनाने की भी मांग की है.
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