प्रतिनिधि, बरहरवा जिले में हर साल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाने पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रमोद कुमार एक्का ने सभी बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारियों को पत्र जारी कर अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का धान खुले बाजार या अन्य राज्यों में न जाए, यह सुनिश्चित किया जाये. किसानों का धान लैम्प्स (LAMPs) के माध्यम से ही सरकार तक पहुंचे, ताकि लक्ष्य को पूरा किया जा सके. हर साल सरकार द्वारा निर्धारित धान अधिप्राप्ति लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता है. इसके पीछे कई कारण हैं. सबसे बड़ा कारण है बिचौलियों और कुछ किसानों द्वारा छोटे किसानों से सस्ते दामों पर धान खरीदकर उसे अन्य राज्यों में भेजना. इन बिचौलियों द्वारा खरीदा गया धान ट्रकों में लोड कर पश्चिम बंगाल भेजा जाता है. अब प्रशासन ने इस पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की है. सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और इन गोरखधंधों में शामिल लोगों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. पिछले वित्तीय वर्ष में दो लाख क्विंटल का था लक्ष्य, 26000 क्विंटल ही प्राप्ति वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रशासन ने 2 लाख क्विंटल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखा था. लेकिन, यह लक्ष्य बुरी तरह अधूरा रह गया, और केवल 26,000 क्विंटल धान की ही अधिप्राप्ति हो सकी. इस बार प्रशासन ने इस कमी को पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए फिर से 2 लाख क्विंटल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए जिले के सभी 24 लैम्प्स और पैक्स में धान अधिप्राप्ति केंद्र खोले गये हैं. ————————————————————— डीएसओ ने निगरानी के लिए सभी बीडीओ, सीओ व थाना प्रभारी को भेजा पत्र
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