त्रिवेणीगंज. अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज की बदहाल व्यवस्था मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों के बेड पर प्रतिदिन अलग-अलग रंग की चादरें बिछाने की योजना सतरंगी चादर अब मात्र कागजों में सिमट कर रह गई है. अस्पताल के बेड पर चादरें उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों को ठंड में भी घर से चादर और तकिया लाने पर मजबूर होना पड़ रहा है.
मरीजों को नहीं मिल रहा समुचित लाभ
अनुमंडलीय अस्पताल में प्रतिदिन अलग-अलग रंगों की चादर बिछाने का प्रावधान है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीजों को चादर भी उपलब्ध नहीं कराई जाती है. अस्पताल में इलाज के लिए आये थाना क्षेत्र के मानगंज पश्चिम पंचायत के दतुवा वार्ड नंबर सात निवासी रोहित कुमार की 21 वर्षीया पत्नी अर्पण देवी, महेशुवा वार्ड नंबर 14 निवासी बबलू यादव की 24 वर्षीया पत्नी रेखा देवी, गुड़िया पंचायत निवासी सुमित कुमार की 24 वर्षीया पत्नी रिंकू देवी की सास ने बताया कि वे लोग इलाज के लिए अस्पताल आए हैं. लेकिन अस्पताल के बेड पर चादर नहीं बिछाई जा रही है. ऐसे में वे लोग घर से चादर लेकर अस्पताल पहुंचे. इसके अलावा इलाज करने के लिए आए अन्य मरीजों ने कहा कि अस्पताल में मरीजों को कुव्यवस्था का सामना करना पड़ता है.
सतरंगी चादर योजना लागू करने की मांग
अस्पताल में सफाई और चादरों की अनुपलब्धता स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करता है. मरीज और उनके परिजन इस अव्यवस्था से परेशान हैं. ठंड के मौसम में चादरों का अभाव स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़े कर रहा है. मरीजों और उनके परिजनों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से अस्पताल की व्यवस्था सुधारने और सतरंगी चादर योजना को सही तरीके से लागू करने की मांग की है.कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
मामले को लेकर जब अस्पताल प्रबंधक एस अदिब अहमद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में बेड के अनुसार सतरंगी चादर की व्यवस्था नहीं हैं. जिसको लेकर चादर उपलब्ध कराने के लिए जिला को सूचित किया गया है. लेकिन अभी तक इसकी आपूर्ति नहीं की गयी. जिसके कारण इसका पालन नहीं हो पा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है