गया. जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 23 से 28 दिसंबर तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से इस अभियान के दौरान अपने बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित कराने की अपील की है. टीकाकरण बच्चों के लिए जरूरी है. अपने बच्चों का ससमय टीकाकरण करा कर 12 प्रकार की जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रखा जाता है. टीकाकरण के लिए योग्य नवजात को आंगनबाड़ी केंद्र पर लाया जाता है. आशा व आंगनबाड़ी सेविका से संपूर्ण टीकाकरण के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
नि:शुल्क उपलब्ध है टीकाकरण की सुविधा
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि टीकाकरण हर माह आंगनबाड़ी केंद्रों पर सोमवार, मंगलवार व गुरुवार को चिह्नित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निशुल्क उपलब्ध है. इसके अलावा प्रत्येक दिन रविवार को छोड़कर सभी सरकारी अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध है. टीकाकरण कार्ड पर सभी प्रकार के टीके का ब्योरा तथा उसे लगाने की तिथि भी दी गयी होती है. निर्धारित तिथि पर बच्चों का टीकाकरण प्राथमिकता देते हुए करा लेना चाहिए. समय पर टीका नहीं पड़ने की स्थिति में चिकित्सक से संपर्क जरूर करें, ताकि वह इस संबंध में आवश्यक सलाह दे सकें.जन्म के समय बीसीजी की खुराक जरूरी
जन्म के 16 वर्ष की उम्र तक कई प्रकार का टीकाकरण किया जाता है. जन्म के साथ शिशु का टीकाकरण उन्हें खसरा, टीबी, निमोनिया, टेटनस और कई अन्य प्रकार की बीमारियों से बचाव करता है. नेशनल इम्यूनाइजेशन शेड्यूल के मुताबिक बीसीजी और ओपीवी टीकाकरण पहला टीका है जो बच्चे के जन्म के समय से एक साल तक के बीच देना जरूरी है. एक वर्ष के भीतर ओपीवी की अलग-अलग खुराक दी जाती है. बीसीची बच्चों को टीबी और मेनिन्जाइटिस रोग से बचाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है