Jamshedpur News :
जमशेदपुर और आसपास के इलाके में किसी पर अगर कोई मुसीबत में पड़ती थी, तो निर्मल महतो उसकी मदद के लिए आगे आते थे. सविता महतो ने एक वाक्या का जिक्र करते हुए बताया कि कदमा में एक बेटी की शादी टूटने से निर्मल दा ने बचा ली थी. परिवार के लोगों ने उन्हें बताया था कि एक बार पश्चिम बंगाल से बारात आयी थी. विवाह से पहले लड़का पक्ष के लोगों ने सोने की चेन की डिमांड कर दी. लड़के वालों ने साफ कह दिया कि शादी से पहले सोने की चेन नहीं मिली, तो विवाह नहीं होगा और बारात लौट जायेगी.निर्मल महतो को इसकी खबर मिली, तो वह तुरंत वहां पहुंचे. लड़की के पिता से कहा कि आप लड़के वालों से कह दें कि आपको सोने की चेन मिलेगी. निर्मल महतो ने अपने गले से सोने की चेन उतारी और लड़की के पिता को देते हुए कहा कि आप लड़के वालों को इसे दे दें. निर्मल दा ने जो सोने की चेन लड़की के पिता को दी, वह चेन उनकी मां (मेरी सास) ने उन्हें दी थी. इस सोने की चेन को वह हमेशा पहनते थे. अपनी मां की निशानी देकर किसी की बेटी की शादी कराने वाला किसी मसीहा से कम नहीं होता.
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