भरगामा. प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों नील गाय के आतंक से किसान परेशान हो गये हैं. नीलगाय लगातार गेंहू व मक्के के फसल को बर्बाद कर रहा है. प्रखंड क्षेत्र की रघुनाथपुर उत्तर पंचायत के शेखपुरा गांव में 15 दिन पूर्व नेपाल के जंगल से भागकर दर्जनों की संख्या में नीलगाय का झुंड पहुंच गयी. जो लगातार क्षेत्र के गेंहू व मक्के फसल को बर्बाद कर रहा है. इस कारण किसान रतजगा कर रहें हैं. सारी रात जगने के बाद भी झुंड में आये नीलगाय कुछ ना कुछ फसल को बर्बाद कर ही देती है. लेकिन हफ्तों दिन बीत जाने के बावजूद भी जहां ग्रामीण नीलगाय को पकड़ने में असफल साबित हो रहे हैं. इस परेशानी से निजात पाने के लिये स्थानीय ग्रामीण जिला वन विभाग के टीम को लिखित आवेदन दिया गया है. जबकि वन विभाग के पदाधिकारी काफी लंबी प्रकिया से गुजरने की बात कर पल्ला झाड़ रहें हैं. वन विभाग के कर्मी अब तक सुधि नहीं ले रहे हैं जिससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ रही हैं. स्थानीय ग्रामीण किसान रविंद्र यादव, मुन्ना यादव की माने तो 15 दिन पूर्व नेपाल के जंगल से दर्जनों की संख्या में नीलगाय लोगों के द्वारा रघुनाथपुर पंचायत के शेखपुरा गांव के मकई के खेत में देखा गया. जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोगों के द्वारा चारों ओर से घेर कर जंगली नीलगाय को पकड़ने की कोशिश की गयी, लेकिन 15 दिन बाद भी पकड़ से बाहर हैं.
कहते हैं डीएफओ
डीएफओ संजीव रंजन ने बताया एक वर्ष पूर्व सभी पंचायत के संबंधित मुखिया को शक्ति प्रदान कर दी गयी है. इसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग भी दिया गया है. किसी भी पंचायत अंतर्गत अगर नीलगाय का आतंक फैला है. पंचायत के मुखिया शूटर बुलाकर उसे मरवा सकता है. किसी कारणवश मुखिया के द्वारा शूटर उपलब्ध नहीं हो पता है तो मुझसे संपर्क करें मैं शूटर उपलब्ध कराऊंगा. इस कार्य के लिए मुखिया को सरकार के द्वारा राशि भी उपलब्ध करायी जाती है.
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