देश के 23 आइआइटी संस्थानों के 3,850 से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे
संवाददाता, पटना
संस्कृति शिक्षा का एक अहम हिस्सा है. हमें हमेशा एक-दूसरे की संस्कृति को स्वीकार करते हुए उसकी सराहना करनी चाहिए. खुशी जो जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन वह संतोष से उत्पन्न होती है. जबकि सफलता असाधारण उपलब्धियों का परिणाम है, विफलता भी सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि यह हमें विफलता से अनमोल सीख मिलती है. ये बातें आइआइटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने आगामी इंटर आइआइटी कल्चरल मीट 7.0 पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं. आइआइटी पटना पहली बार 26 से 29 दिसंबर 2024 तक इंटर आइआइटी कल्चरल मीट 7.0 की मेजबानी करेगा. इस कार्यक्रम में देश के 23 आइआइटी संस्थानों के 3,850 से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे. इसमें प्रतिभागियों को कल्चरल एक्सचेंज और रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक बेहतर मंच प्रदान किया जायेगा. इस वर्ष 47 रोमांचक कार्यक्रम जैसे समूह नृत्य, नाटक, फैशन शो, बैटल ऑफ बैंड्स, स्टैंडअप कॉमेडी, स्लैम कविता के साथ ही अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी. कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर एक आयोजन समिति बनायी गयी है.
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