राजपुर
. प्रखंड के विभिन्न गांव में विगत दस वर्षों से लगाये गये हरे पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. जिसकी भनक वन विभाग को भी नहीं है. प्रखंड मुख्यालय से कुछ ही दूर पर मंगराव पंचायत के मल्हीपुर गांव के समीप उतड़ी मौजा के राजवाहा पर लगाए गए सैकड़ों की तादाद में कीमती लकड़ी तैयार है.रात के अंधेरे में करते है कटाई
जिस लकड़ी को आसपास के ग्रामीण ही रात के अंधेरे में चोरी चुपके इसकी कटाई कर रहे हैं. हालांकि इस कटाई पर प्रतिबंध हो इसके लिए गांव के अन्य ग्रामीण लगातार प्रयास कर रहे हैं. फिर भी मारपीट व झगड़ा के डर से कुछ नहीं कह पाते हैं. वन विभाग के कर्मी भी क्षेत्र भ्रमण नहीं करते हैं. ऐसे में इस बात की भनक नहीं लगती है. अब तक इस राजवाहा पर लगाए गए दर्जनों पेड़ों की कटाई कर दी गयी है. इसके अलावा निकट के दैतरा बाबा पुल के समीप नहर के दोनों किनारे लगाए गए सैकड़ों की तादाद में शीशम के पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है. ऐसे में लगातार पेड़ों की संख्या घट रही है. जल जीवन हरियाली मिशन को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है. जिसके लिए प्रत्येक वर्ष गांव में मनरेगा योजना एवं ग्रामीणों की मदद से सैकड़ो की संख्या में पेड़ पौधों को लगाया जा रहा है.
लोगों ने कहा जल्द लगे रोक
फिर भी लोग मनमानी तरीके से इसकी कटाई कर दे रहे हैं. इस समय कटाई को लेकर उतड़ी गांव के ग्रामीण महेंद्र यादव ,मल्हीपुर गांव के गोविंद यादव के अलावा अन्य लोगों ने बताया कि अवैध रूप से हो रही पेड़ों की कटाई पर रोक लगना जरूरी है, अन्यथा जलवायु में लगातार हो रहे परिवर्तन से फसल एवं आसपास के वातावरण पर भी प्रभाव पड़ रहा है. खेती के समय खेतों में काम करने वाले मजदूरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.क्या बोले अधिकारीइस संबंध में अभी तक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है. अगर कोई लिखित आवेदन देता है तो जांच कर पेड़ काटने वालों पर आवश्यक दण्डनात्मक कार्रवाई की जाएगी.हरे पेड़ों की कटाई नहीं करना है. सिद्धार्थ कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी राजपुर
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