किशनगंज. जिले में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) पर नियंत्रण के लिए नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक्स (एनपीसीडीसीएस) के तहत आशा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का 14वां बैच गुरुवार को समाप्त हो गया. कार्यक्रम का उद्देश्य हर घर तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना और 30 आयु वर्ग के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कर बीमारियों की समय पर पहचान करना है. गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने और लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रहा है. आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की भागीदारी से यह मिशन धीरे-धीरे अपनी सफलता की ओर बढ़ रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ.राजेश कुमार ने कहा कि एनसीडी एप्लीकेशन के जरिए डिजिटल डेटा प्रबंधन से मरीजों की जानकारी तक त्वरित पहुंच संभव होगी. यह प्रक्रिया इलाज में देरी को रोकने और गंभीर बीमारियों के मामलों को प्राथमिकता देने में मददगार होगी. प्रशिक्षण के दौरान गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने गुरुवार को सभी आशाओं को 05 सी-बैक फॉर्म भरने का निर्देश दिया. इन फॉर्मों को संबंधित एएनएम द्वारा एनसीडी एप्लीकेशन पर अपलोड किया जाएगा. इससे प्रत्येक एएनएम के जरिए 40-50 फॉर्म ऑनलाइन दर्ज किए जाएंगे, जिससे लोगों के स्वास्थ्य संबंधी डेटा का विश्लेषण करना और समय पर इलाज सुनिश्चित करना संभव होगा.
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