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Gopalganj News : प्रेम व शांति का संदेश देने स्वर्ग से उतरे प्रभु यीशु, आकाश से धरती पर उतरीं परियों ने मनाया उत्सव

Gopalganj News : संसार के कष्टों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रभु यीशु का आगमन हो चुका है. शांति, सद्भाव, अमन व मुक्ति का संदेश लेकर स्वर्ग से प्रभु यीशु धरती पर अवतरित हुए. मंगलवार की आधी रात में प्रभु यीशु के जन्म के साथ ही गिरजाघरों की घंटियां गूंज उठीं. प्रभु के आगमन की प्रार्थना शुरू हो गयी.

गोपालगंज. संसार के कष्टों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रभु यीशु का आगमन हो चुका है. शांति, सद्भाव, अमन व मुक्ति का संदेश लेकर स्वर्ग से प्रभु यीशु धरती पर अवतरित हुए. मंगलवार की आधी रात में प्रभु यीशु के जन्म के साथ ही गिरजाघरों की घंटियां गूंज उठीं. प्रभु के आगमन की प्रार्थना शुरू हो गयी. प्रभु यीशु का जन्म इस बार संसार को कष्टों से मुक्ति दिलाने के लिए हुआ है. शहर के तिरविरवां स्थित कैथोलिक चर्च, कसीही कलिसिया एवं क्राइस मिशन, निर्मला मिशन में व्यापक तैयारी थी, आम लोगों के साथ मसीही समाज के अनुयायी पहुंचे और प्रभु के जन्म को लेकर प्रार्थना और सभाएं की.

कष्टों से मुक्ति दिलाने प्रभु यीशु देंगे शांति का संदेश

प्रार्थना भवन में कैरोल सांग शुरू हुआ. प्रभु अपने बच्चों को सद्बुद्धि देने के लिए पहुंचे हैं, जो शांति का पैगाम लेकर आये हैं. बुधवार की सुबह आठ बजे विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया है. उधर, क्रिसमस को लेकर जिलेभर के कई स्कूलों में बेटियों ने नन्हीं परियों का वेश धरकर यीशु के जन्म पर खुशियां मनाते हुए नृत्य किया. मसीही कलिसिया चर्च पास्टर नंद कुमार ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष प्रभू यीशु का जन्मदिवस बड़े धूमधाम से मनाने की तैयारी की गयी है. चर्च के अलावा बाहरी परिसर को सजाया-संवारा गया है. उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर के दिन ही प्रभु यीशु पृथ्वी पर लोगों को शांति और कष्टों से मुक्ति दिलाने के लिए धरती पर अवतरित हुए थे. इस कारण उसे बड़ा दिन और क्रिसमस के रूप मनाते हुए खुशियां मनायी जाती हैं.

असहाय लोगों की मदद से प्रसन्न होंगे यीशु : फादर

ऐसी मान्यता है कि इस दिन गरीब और असहाय लोगों की मदद करने से प्रभु काफी प्रसन्न होते हैं. क्रिसमस को लेकर चर्च में क्रीव और क्रिसमस-ट्री बनाया गया है. इस बाबत फादर लुक्कस ने बताया कि क्रीव जिसे हिंदी में चरनी कहते हैं, ऐसा माना जाता है कि प्रभू यीशु का जन्म गोशाला में हुआ था. इसलिए क्रिसमस के दिन प्रभु के जन्म से जुड़ी बातों को लोगों के सामने रखने के लिए क्रीव का निर्माण कराया जाता है. साथ ही क्रिसमस ट्री का भी निर्माण किया जाता है. जिससे लोगों को संदेश मिले कि आज के ही दिन शांति के दूत प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. क्रिसमस के दिन लोगों को बताया जाता है कि आज के ही दिन गरीबों के सर पर परमेश्वर की महिमा, पृथ्वी पर कृपालुओं को शांति का संदेश देने के लिए प्रभु अवतरित हुए.

शहर में बच्चों के बीच बांटी गयीं टॉफियां

प्रभु यीशु के जन्म का संदेश लेकर सांता क्लॉज शहर व गांव में पहुंचा. सांता क्लॉज ने बच्चों के बीच टॉफी और खिलौने का वितरण किया. साथ ही पुस्तक का भी वितरण किया गया. सांता क्लॉज के रूप में शहर के मारवाड़ी मुहल्ला, चंद्रगोखुल रोड, सरेया मुहल्ला समेत विभिन्न मुहल्लों के बच्चों ने भी टॉफियां बांटकर क्रिसमस की खुशियां जतायी.

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