कहलगांव प्रखंड के पक्कीसराय पंचायत के पंचायत समिति सदस्य अंजनी कुमारी ने अधिकारियों को पत्र लिखकर बाढ़ राहत के जीआर राशि भुगतान में अनियमितता का आरोप लगाया है. आवेदन में कहा कि पंचायत के वार्ड एक, दो और तीन के जो परिवार बाढ़ के पानी में दो माह तक डूबे थे उनका नहीं जीआर राशि भुगतान की सूची में नहीं है. वहीं कुछ जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक ही परिवार के पति-पत्नी सहित जिसकी मृत्यु हो चुकी है उनके नाम पर भी भुगतान किया गया. आरोप लगाया है कि एक ऐसा भी परिवार है जिसके 18 सदस्यों के नाम पर जीआर राशि की भुगतान किया गया है. वर्तमान मुखिया के घर में भी तीन लोगों को भुगतान हुआ है. जबकि सरकारी नियम के अनुसार एक परिवार के एक सदस्य को ही इसका लाभ देना है.
वहीं दूसरी ओर नगर पंचायत कहलगांव के कागजी टोला निवासी मुन्ना शर्मा के घर का कुछ हिस्सा कटाव में ध्वस्त होकर गंगा में समा गया था. इसके बाद अंचलाधिकारी, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अध्यक्ष और कार्यपालक अभियंता ने निरीक्षण किया था. बावजूद मुन्ना शर्मा के परिवार को अब तक भुगतान नहीं हुआ. पंचायत समिति सदस्य अंजनी कुमारी के आवेदन के आलोक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन भागलपुर के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव को जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
एनएच-133 के किनारे अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर
पीरपैंतीअंचल कार्यालय से बार-बार निर्देश व नोटिस के बाद भी स्वयं से इशीपुर थानाक्षेत्र के बाराहाट बाजार में देवघर-पीरपैंती मुख्य मार्ग एनएच-133 पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण कार्य पर मंगलवार को आखिरकार प्रशासन ने बुलडोजर चला अतिक्रमण हटाया. सीओ मनोहर कुमार के नेतृत्व में जब दो बुलडोजर व दर्जनों अधिकारियों व सशस्त्र बलों के साथ इशीपुर थानाध्यक्ष पुनि नीरज कुमार की टीम देखते ही अतिक्रमणकारियों के होश उड़ गये. लोगों ने समवेत मोहलत की मांग करने लगे.प्रशासन ने सख्त कदम उठा किसी की नहीं सुनी व दोनों बुलडोजरों ने पहले से चिह्नित जमीन से अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया. मौके पर एनएच विभाग के अभियंताओं व अमीन भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है