संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर एक बार फिर माहौल गरमा गया है. फिर चिकित्सक इस ठंड में सड़क पर खुले आसमान के नीचे रात गुजार रहे हैं. दूसरी ओर क्रिसमस से ठीक एक दिन पहले मंगलवार रात 8.30 बजे डोरिना क्रॉसिंग पर धरना पर बैठे चिकित्सकों ने ‘द्रोहेर बड़ो दिन’ मनाया है. इस दिन चिकित्सकों ने धरना स्थल पर मशाल जला कर न्याय की मांग की. ज्ञात हो कि आरजी कर की घटना में न्याय के लिए चल रहे संघर्ष के मद्देनजर, अभया मंच और सीनियर डॉक्टरों के संगठन, ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स (जेपीडी) की ओर से महानगर के डोरिना क्रॉसिंग पर धरना दिया जा रहा है, जो 26 दिसंबर तक चलेगा.
मंगलवार दोपहर धरना स्थल पर पीड़िता के माता-पिता भी पहुंचे थे. अभिभावकों ने एक बार फिर राज्य सरकार और सीबीआइ से न्याय की मांग की. उधर, धरना स्थल पर उपस्थित प्रो. डॉ मानस गुमटा ने बताया कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम सड़क पर रहेंगे. चिकित्सकों का आंदोलन लगातार जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि क्रिसमस से पहले हम ‘द्रोहेर बड़ो दिन’ के रूप में इस उत्सव को मना रहे हैं. इससे पहले भी कोलकाता में दुर्गापूजा के बाद राज्य सरकार द्वारा रेड रोड पर आयोजित ‘पूजा कार्निवल’ की तर्ज पर ही उसी दिन रानी रासमणि एवेन्यू में ‘द्रोहेर कार्निवल’ का आयोजन कर न्याय की मांग की थी.
उन्होंने कहा कि आरजी कर कांड में कोलकाता ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया न्याय की मांग कर रही है. कहा कि सीबीआई की जांच से हम संतुष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि सीएफएसएल की जो रिपोर्ट सामने आयी है, उससे पता चलता है कि जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में एक ही व्यक्ति की संलिप्तता नहीं हो सकती. वहीं, इस रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि जूनियर महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना सेमिनार रूम में नहीं हुई थी.
ऐसे में इस मामले में सीबीआई को शुरू दोबारा जांच करना चाहिए. क्योंकि इतने बड़ी घटना को किसी एक व्यक्ति के द्वारा अंजाम नहीं दिया जा सकता. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई कुछ छुपाने की कोशिश कर रही है. इसलिए हम सीबीआई की जांच से संतुष्ट नहीं है.
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