सासाराम कार्यालय. शहर के बेलाढ़ी मुहल्ला स्थित बाल सुधार गृह से मंगलवार की रात करीब आठ बजे आठ बंदी किशोर भाग निकले. हालांकि, किशोरों को छह घंटे के अंदर विशेष टीम ने दरिगांव थाना क्षेत्र से पकड़ लिया. लेकिन, सुरक्षा पर सवाल उठ रहा है. किशोर सुधार गृह के बाथरूम की खिड़की तोड़ कर उससे कपड़े की रस्सी बांधकर फरार हुए थे. जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात करीब आठ बजे बाल सुधार गृह में एकबारगी हड़कंप मच गया, जब पता चला कि आठ बंदी किशोर भाग निकले हैं. सुधार गृह से पुलिस को किशोरों के भागने की सूचना मिली. मौके पर पहुंचे एसपी रौशन कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया और विशेष टीम का गठन किया. विशेष टीम में शामिल जेल सुपरिटेंडेंट सुजीत कुमार राय, बाल सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट जय प्रकाश, प्रभारी सदर एसडीपीओ कुमार वैभव, दरिगांव थानाध्यक्ष कपिलदेव, करवंदिया थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, एएसआइ धनंजय कुमार सिंह, कमल किशोर सिंह और राम प्रवेश कुमार किशोरों की खोज में जुट गये. एसपी ने बताया कि आठों किशोरों को छह घंटे के अंदर दरिगांव थाना क्षेत्र के मलाव-सिकरिया के बीच से पकड़ लिया गया है. इधर, बाल सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट जय प्रकाश ने घटना के संबंध में किसी तरह की जानकारी साझा करने से इन्कार कर दिया. वहीं, एसपी सिर्फ उपलब्धि बताने तक सीमित रहे. घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. लोगों में चर्चा है कि पुराना मकान होने से बाल सुधार गृह पूर्णत: सुरक्षित नहीं है. बाथरूम की खिड़की कमजोर थी, जिसे किशोरों ने आसानी से तोड़ डाला. पर, सवाल उठता है कि एक साथ आठ किशोर षड्यंत्र रच रहे थे और सुरक्षा करने वालों को भनक तक नहीं लगी. गनीमत रही कि एसपी ने तत्परता दिखायी और विशेष टीम ने त्वरित गति से कार्रवाई की. नहीं तो किशोर अगर शहर की ओर आ जाते, तो उन्हें पकड़ना थोड़ा मुश्किल हो जाता. बाल सुधार गृह में शायद यह पहली घटना है. इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए विशेष इंतजार की जरूरत होगी.
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