टीएमबीयू के पीजी हॉस्टलों में अवैध रूप से रहने वालों को अधिकारी लगातार अल्टीमेटम दे रहे हैं, लेकिन इसका असर होते नहीं दिख रहा है. एक दिन पूर्व मंगलवार को डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार ने पीजी गर्ल्स हॉस्टल का निरीक्षण किया था. इस दौरान पाया कि कई छात्राएं हॉस्टल में अवैध रूप से रह रही है, जिन्हें खाली करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है. ऐसे में सवाल उठने लगा है कि विवि प्रशासन अवैध रूप से हॉस्टलों में रहने वाले विद्यार्थियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. उनके ऊपर किसी प्रकार का दबाव तो नहीं है, या फिर विद्यार्थियों से डर लगा रहा है. वहीं, डीएसडब्ल्यू कहा कि पुरुष व महिला पीजी हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे विद्यार्थियों को सख्त हिदायत दी गयी है. एक सप्ताह के अंदर अगर हॉस्टल नहीं छोड़ते हैं तो विवि खुलने पर कुलपति को मामले से अवगत कराकर कार्रवाई की जायेगी. विवि नियमानुसार पीजी फाइल सेमेस्टर का परीक्षा देने के सात दिनों के बाद ही हॉस्टल खाली करने का प्रावधान है. लेकिन पीजी सत्र 2022-24 का रिजल्ट आने के बाद भी विद्यार्थी अवैध रूप से हॉस्टल में जमे हुए हैं. कुलपति ने कहा – कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि मुख्यालय आने के बाद इस बारे में डीएसडब्ल्यू से भी बात करेंगे. हॉस्टल में अवैध रूप से रहने वाले विद्यार्थियों को हरहाल में हटाया जायेगा. ———————————- पीजी सेमेस्टर चार की परीक्षा दे चुके छात्रों को हॉस्टल खाली करने का निर्देश टीएमबीयू के अंतर्गत कल्याण विभाग से संचालित गवर्नमेंट वेलफेयर एसटी हॉस्टल संख्या तीन के छात्रावास अधीक्षक डॉ दीपक कुमार दिनकर ने पीजी सेमेस्टर चार की परीक्षा दे चुके छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि पीजी सेमेस्टर चार की परीक्षा संपन्न हो चुकी है. परीक्षा दे चुके छात्रों को छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया है. निर्धारित समय तक छात्रावास खाली नहीं करने वाले छात्रों के ऊपर कार्रवाई की जायेगी. ताकि रिक्त सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया के लिए जिला कल्याण शाखा को अवगत करा दिया गया है. वेलफेयर हॉस्टल में कुल सौ सीटों पर नामांकन होना है. इसमें 10 फीसदी छात्रों का नामांकन पीजी स्तर पर लिया जाता है.
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