साहिबगंज. क्रिसमस के मौके पर शहर के बड़तल्ला स्ट्रीट के निकट ईसाई धर्मावलंबियों ने चर्च में मंगलवार की मध्य रात से बुधवार की सुबह 11 बजे तक प्रभु यीशु का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया. इस दौरान प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि फादर मथियस हेंब्रम ने लोगों को बताया कि प्रभु यीशु पूरे दुनिया के लिए प्रेम व शांति का संदेश लेकर आये. उन्होंने बताया कि ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस है. उन्होंने ने कहा कि इस दुनिया में जितने भी प्राणी हैं, उनमें से मनुष्य सर्वश्रेष्ठ है. परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप में बनाया है. इसलिए परमेश्वर में पुत्र प्रभु यीशु को मनुष्य के स्वरूप में हमारे बीच भेजा है. प्रभु यीशु को शांति का राजकुमार भी कहा जाता है. इधर, देर शाम से ही जिले के तमाम चर्चों में उत्साह का माहौल देखा गया. फादर अब्रुस ने भी श्रद्धालुओं को बाइबल का संदेश सुनाया. प्रभु यीशु के बताये रास्ते पर चलने का संकल्प दिलाया. मौके पर फादर ईग्नासियस, मथियस बेसरा, छवि हेंब्रम समेत दर्जनों समाज के लोग मौजूद थे. बोरियो प्रतिनिधि के अनुसार प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को लेकर प्रखंड क्षेत्र के पथरा मिशन, कांदर मिशन, भतभंगा मिशन समेत विभिन्न गिरजाघरों में ईसाई समुदाय ने धूमधाम से क्रिसमस मनाया. पथरा मिशन के फादर ने प्रभु यीशु की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रभु यीशु संसार में बदलाव के लिए जन्म लेकर लोगों को आपसी भाईचारे के साथ जीवन व्यतीत करने को लेकर लोगों को प्रेरित किया था. वहीं कांदर मिशन में क्रिसमस पर्व कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि फादर ने बताया कि प्रभु यीशु के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए समुदाय के लोग कार्य कर रहे है. वहीं गरीबों के उत्थान व सामूहिक एकजुटता पर जीवन व्यतीत करना यीशु का मुख्य संदेश था. कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व प्रभु यीशु की जीवनी के व्याख्या को लेकर नाटकीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है