साहिबगंज. जिला प्रशासन साहिबगंज की देखरेख में साहिबगंज-मनिहारी अंतर्राज्यीय फेरी सेवा का शुभारंभ बुधवार को गरम घाट और ओझा टोली घाट से हुआ. इस सेवा के पुनः संचालन से क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी और यह बिहार-झारखंड दोनों राज्यों के बीच आवागमन को सुगम बनायेगी. डीडीसी सतीश चंद्रा ने फीता काटकर परिचालन की शुरुआत की. इस मौके पर परियोजना निदेशक (आइटीडीए) सह डीपीआरओ संजय कुमार दास, एसडीओ अंगार नाथ स्वर्णकार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी छुटेश्वर दास, डीटीओ मिथिलेश कुमार चौधरी समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे. पिछले छह महीने से बंद फेरी सेवा को 25 दिसंबर को फिर से शुरू किया गया. यात्री जहाज का संचालन ओझा टोली घाट से और मालवाहक जहाज का संचालन गरम घाट से किया गया. डीडीसी सतीश चंद्रा ने बताया कि फेरी सेवा के लिए तीन बार टेंडर जारी किया गया, लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. इसके बाद जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर संचालन का फैसला लिया. मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव और कई जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी आदि मौजूद थे. अब नहीं करना पड़ेगा 200 किमी का अतिरिक्त सफर गंगा में फेरी सेवा बंद होने से लोगों को बिहार और झारखंड के बीच आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. सेवा के शुरू होने से अब यात्रियों को 200 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर नहीं करना पड़ेगा. पहले उन्हें ट्रेन और बस से लंबे रास्ते तय करने पड़ते थे. प्रति यात्री 51 रुपये किराया निर्धारित, बाइक ले जाने पर अतिरिक्त 103 रुपये फेरी सेवा के संचालन की जिम्मेदारी कन्हैया लॉजिस्टिक को दी गई है. ओझा टोली घाट से फेरी सुबह 7:30 बजे, 10 बजे, 1:30 बजे और 3:30 बजे मनिहारी के लिए जाएगी. यात्री किराया 51 रुपये निर्धारित किया गया है. बाइक ले जाने पर 103 रुपये अतिरिक्त शुल्क लगेगा. फेरी सेवा के शुरू होने से यात्रियों में खुशी की लहर है. लोगों ने बताया कि यह सुविधा उनके समय और पैसे की बचत करेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है