22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भागलपुर के फेमस डॉक्टर से AI के जरिये साइबर ठगी, दोस्त की आवाज में आए कॉल का अलग ही निकला सच

Bihar Cyber Fraud News: भागलपुर के एक फेमस डॉक्टर को साइबर ठगों ने अपने जाल में फंसाकर 50 हजार रुपए का चूना लगाया. एआइ तकनीक की मदद से डॉक्टर को ठगा गया.

Bihar Cyber Crime News: भागलपुर में एक प्रसिद्ध डॉक्टर को साइबर ठगों ने अपना शिकार बना लिया. डॉक्टर से साइबर ठग ने उनके एक दोस्त की आवाज में फोन पर बात की और इमरजेंसी में मदद मांगी. डॉक्टर भी इस जाल में फंस गए और 50 हजार रुपए उन्होंने जब साइबर शातिर को ट्रांसफर कर दिया तब उन्हें एहसास हुआ कि वो ठगी का शिकार हो चुके हैं. उन्होंने इस घटना को लेकर साइबर थाने में केस दर्ज कराया है.

डॉ. विनय कुमार मिश्रा से साइबर ठगी

भागलपुर के चर्चित चिकित्सक डॉ. विनय कुमार मिश्रा साइबर ठगी के शिकार हो गये हैं. साइबर ठगों ने एआइ का सहारा लेकर वॉयस क्लोनिंग करके उन्हें ठगी का शिकार बनाया है. डॉ विनय कुमार मिश्रा शहर की प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अर्चना झा के पति हैं. पीड़ित डॉक्टर की ओर से दिये गये आवेदन के आधार पर भागलपुर के साइबर थाना में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.

ALSO READ: बिहार के थानों में केस की जांच में गड़बड़ी करने वाले आइओ अब नपेंगे, डीजीपी ने जारी किया फरमान

दोस्त की आवाज में बात करके जाल में फंसाया

पुलिस को दिये गये आवेदन में डॉ विनय कुमार मिश्रा ने बताया है कि 22 दिसंबर 2024 को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम विजय प्रसाद बताया जो उनके पुराने मित्र हैं. उक्त व्यक्ति ने हूबहू विजय प्रसाद भिलाई जैसी आवाज निकाली और मेडिकल इमरजेंसी बताकर 50 हजार रुपये तुरंत देने की मांग की. जिसके बाद डॉ. विनय ने तुरंत ऑनलाइन पेमेंट एप के माध्यम से 50 हजार रुपये बताये गये नंबर पर ट्रांसफर कर दिया.

50 हजार भेज दिए तो फिर से आया डिमांड

पैसा ट्रांसफर हो जाने के कुछ देर बाद फिर से उसी नंबर से डॉ. विनय कुमार मिश्रा को कॉल आया और 49 हजार रुपये की और जरूरत होने की बात कही. इस पर उन्होंने ऑनलाइन एप में पैसे नहीं होने की बात कही. जिस पर कॉल करने वाले व्यक्ति ने उन्हें एक अकाउंट नंबर दिया और एटीएम कार्ड से पैसों को ट्रांसफर करने को कहा. जिसके बाद डॉक्टर विनय कुमार मिश्रा को शक हो गया. जिसके बाद उन्होंने अपने मित्र विजय प्रसाद भिलाई के पुराने नंबर पर कॉल किया.

दोस्त के पुराने नंबर पर फोन किया तो ठगी का खुला पोल

डॉ. विनय ने जब अपने मित्र से पूरे मामले पर बात की तो उसने बताया कि उन्हें पैसों की कोई जरूरत नहीं है. जिस पर वह समझ गये वह साइबर अपराधियों का शिकार हो चुके हैं. उन्होंने फौरन साइबर फ्रॉड से संबंधित हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करायी. उनकी शिकायत दर्ज कर उन्हें अपने जिला में मौजूद साइबर थाना जाकर केस दर्ज कराने की सलाह दी गयी. वह मामले में केस दर्ज कराने को साइबर थाना पहुंचे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें