संवाददाता, मुजफ्फरपुर स्कूल संचालक राजीव कुमार पांडेय की लक्जरी कार पर शुक्रवार को मोबिल फेंक कर 95 हजार नकदी व पांच लाख की ज्वेलरी रखा बैग उड़ा लिया. घटना काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के ठाकुर नर्सिंग होम के समीप की है. वारदात के समय स्कूल संचालक अपने डॉक्टर पुत्र राहुल, पत्नी व बच्चों के साथ फकुली जा रहे थे. वहां, उनके मेडिकल कॉलेज व हॉस्टल के छत की ढलाई होने वाली थी. कार से बैग निकालने के बाद अपराधी पैदल ही चंद्रलोक चौक की ओर फरार हो गए. घटना की सूचना मिलने के बाद काजीमोहम्मदपुर थानेदार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. अपराधियों का सुराग लगाने के लिए घटनास्थल व उसके आसपास के दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला. उसमें अपराधियों की तस्वीर स्पष्ट नहीं होने के कारण थानेदार स्मार्ट सिटी के आई ट्रिपल सी बिल्डिंग में पहुंचे. वहां, सीसीटीवी फुटेज की जांच की गयी. इसमें वारदात को अंजाम देने में तीन अपराधियों की भूमिका मिली है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिह्नित करने में जुट गयी है. स्कूल संचालक राजीव कुमार पांडेय की लिखित शिकायत पर थाने में देर शाम प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. स्कूल संचालक राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि पंखा टोली स्थित आवास से फकुली जाने के निकले. उनकी लक्जरी कार ठाकुर नर्सिंग होम के पास खड़ी थी. पहले कार में बेटा डॉक्टर राहुल बैठा. फिर वह अपनी पत्नी व पोता के साथ सवार हुए. जैसे ही गाड़ी खुली कि एक युवक उनके पास आया और बोला कि आपकी कार से मोबिल गिर रहा है. काफी धुआं निकल रहा है, लगता है कि आग लग गयी है. इतना सुनने के बाद पहले ड्राइवर व बेटा नीचे उतरा. कुछ सेकेंड बाद उनका व पत्नी का दम घुटने लगा तो वे लोग भी उतर कर गाड़ी के बरनेट के पास चले गए. इस बीच पीछे से आए एक बदमाश ने ड्राइवर साइड से कार का गेट खोलकर उसमें रखा बैग उड़ा लिया. बैग में 95 हजार नकदी, पांच एटीएम कार्ड, आठ क्रेडिट कार्ड, तीन सोने की अंगूठी, बेटे का ड्राइवरी लाइसेंस, अलग- अलग बैंकों के पासबुक, तीन प्राइवेट गाड़ी का आरसी , आधार कार्ड, पैन कार्ड व कुछ और ज्वेलरी था. स्कूल संचालक के अनुसार बैग में पांच से नकदी समेत पांच से छह लाख की ज्वेलरी व जरूरी कागजात थे. बेटे ने बैंक से निकाला था एक लाख रुपये घटना से करीब आधा घंटा पहले स्कूल संचालक के पुत्र डॉक्टर राहुल ने कलमबाग चौक स्थित एक बैंग से एक लाख रुपये निकाली थी. इसमें से पांच हजार रुपये नौकर को दे दिया. बाकी 95 हजार रुपये छत की ढलाई करने वाले ठेकेदार को देनी थी. सीसीटीवी फुटेज की जांच में एक संदिग्ध के द्वारा बैंक से लौटने के दौरान रेकी करते हुए देखा गया है. जब वह अपने परिवार के साथ तैयार होकर निकले तब उनके साथ इस वारदात को अंजाम दिया. कोढ़ा गिरोह के अपराधियों पर शक पुलिस की प्रारंभिक जांच में जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है, उसमें कोढ़ा गिरोह के अपराधियों के द्वारा वारदात को अंजाम दिए जाने की आशंका है. इससे पहले अहियापुर, सदर, ब्रह्मपुरा व नगर थाना क्षेत्र में भी अपराधी कार पर मोबिल फेंक कर उसमें रखा बैग लेकर फरार हो गए थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है