– संबंधित कर्मी की लापरवाही से बीएड मामले में हुई दूरी – पूर्णिया कॉलेज को नये सिरे से तैयार करना पड़ रहा प्रस्ताव पूर्णिया. वित्तीय अभिलेखों के संरक्षण में पूर्णिया कॉलेज में एक बार फिर कोताही सामने आयी है. इस बार भी संबंधित कर्मी की लापरवाही ने पूर्णिया कॉलेज प्रशासन को अनावश्यक विलंब कराया है. दरअसल, बीते मध्य नवंबर में कुलपति प्रो. पवन कुमार झा ने पूर्णिया कॉलेज को बीएड कोर्स को लेकर आवश्यक अभिलेख प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. इसके बाद पूर्णिया कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. एसएल वर्मा ने इसके लिए कवायद शुरू की. मगर डेढ़ महीने बीतने के बाद भी बीएड कोर्स से संबंधित पुराने वित्तीय अभिलेख की खोज संबंधित कर्मी पूरी नहीं कर पाये. आखिरकार, पूर्णिया कॉलेज को नये सिरे से बीएड के लिए प्रस्ताव तैयार करने की नौबत आ गयी. प्रधानाचार्य प्रो. शंभुलाल वर्मा ने बताया कि बीएड कोर्स को लेकर नये स्तर से प्रस्ताव पूर्णिया विवि को भेजा जायेगा. तीन साल पहले पूर्णिया विवि ने बनायी थी सर्च कमेटी पूर्णिया कॉलेज में वित्तीय अभिलेखों के रखरखाव में ढिलाई पहले भी उजागर हुई है. दिसंबर 2021 में तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ. मुहम्मद कमाल ने पूर्णिया विवि को सूचित किया था कि पूर्णिया कॉलेज से कई वित्तीय अभिलेख और संचिकाएं गायब हो गए हैं . इसके बाद जनवरी 2022 में पूर्णिया विवि को एक सर्च कमेटी का गठन करना पड़ा. सर्च कमेटी के गठन के बाद ही कई पुराने वित्तीय अभिलेख रिकवर हो पाये. उस बार भी संबंधित कर्मी पर पूर्णिया विवि प्रशासन ने नरमी बरती. आठ साल पुराने हैं बीएड के अभिलेख वर्ष 2017 में तत्कालीन प्रधानाचार्य प्रो. संजीव कुमार के कार्यकाल में बीएड कोर्स शुरू करने के लिए पूर्णिया कॉलेज ने पहल की थी. उस दौरान फिक्स डिपॉजिट एवं अन्य आवश्यक शुल्क प्रक्रिया की गयी. जबकि बीएड कोर्स के लिए भौतिक संसाधन के स्वरूप भवन का निर्माण कराया गया. आज यह भवन किसी अन्य कार्य के लिए नामांकित है. मगर इस बीएड से जुड़े अभिलेखों की खोज बाकी है. संबंधित कर्मी इस अभिलेख को प्रस्तुत करने में नाकाम रहे हैं. फोटो. 5 पूर्णिया 5 परिचय- पूर्णिया कॉलेज
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