उसरी महोत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस महोत्सव का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जल, जंगल और जमीन के साथ संस्कृति को बचाने के लिए भी काम करना है.
गतिविधियों से भरा होगा महोत्सव
उसरी महोत्सव में जागरूकता करने के लिए भाषण, पेंटिंग, सामान्य ज्ञान, मेहंदी, पानी में हैंड बॉल, तैराकी, क्रिकेट, फुटबॉल आदि दर्जनों प्रतियोगिताएं होंगी. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा. हरेक तरह के कलाकार, छात्र-छात्राओं के अलावा, प्रोफेसर, प्रिंसिपल, टीचर और एनजीओ के लोग शामिल होंगे. महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू मौजूद रहेंगे. इनके अलावे कई प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे.
नदी के संरक्षण की मुहिम तेज
तैयारी की बाबत उसरी बचाव अभियान के संयोजक राजेश सिन्हा ने बताया कि 12 साल पहले उनके नेतृत्व में उसरी बचाओ अभियान की शुरुआत शास्त्रीनगर घाट से की गयी थी. उस वक्त शहरी क्षेत्र के नाले के गंदा पानी को उसरी नदी में जाने से रोकने की मांग थी. साथ ही नदी को अतिक्रमण से भी बचाने के लिए मुहिम चला. कहा कि लगभग नौ बड़े नालों का गंदा पानी उसरी नदी में गिरता है और इसका पानी प्रदूषित हो जाता है. इस मुहिम को लेकर लगातार संघर्ष जारी रहा. अब उसरी नदी के संरक्षण की मुहिम को तेज कर जनजागरूकता के लिए उसरी महोत्सव आयोजित किया जा रहा है.
माननीय विधायक व अधिकारियों का मिला साथ
श्री सिन्हा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण से संबंधित कई तरह के स्टॉल लगेंगे. उसरी नदी के किनारे हजारों पेड़ सुरक्षित तरीके से लगाये जायेंगे. कहा कि पूर्व में उसरी बचाव अभियान के तहत सैकड़ों लोगों ने पदयात्रा भी की थी. उन्होंने कहा कि उसरी नदी को बचाने के लिए जब नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के संज्ञान में मामला लाया गया तो उन्होंने सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के जीएम बासब चौधरी और डीएफओ मनीष चौधरी से बात की. इसके बाद कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं.
जनसहभागिता ने पहुंचाया मुकाम तक
श्री सिन्हा ने कहा कि उसरी नदी को लेकर कई संगठनों ने बेहतर काम किया है. समाजसेवी विनय सिंह के नेतृत्व में नागरिक विकास मंच ने हमेशा उसरी को बचाने की दिशा में आवाज बुलंद की है. अब सभी एक मंच पर जागरूकता अभियान में साथ हैं. उनकी मांग अब साकार होती दिखने लगी है. कहा कि समाजसेवी रामजी यादव और प्रभाकर ने उसरी नदी के उद्गम स्थान जमुआ में डॉक्यूमेंट्री बनायी. सभी जगह का ड्रोन कैमरे से सर्वे कर उसरी नदी को बेहतर करने की जागरूकता फैलाई है. अभियान को सभी राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों ने गंभीरता से लिया है. पर्यावरण संरक्षण व जनता में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए लगातार आवाज उठायी जाती रही है.
अभियान की कोर कमेटी
उसरी बचाओ अभियान की कोर कमेटी में संजय सिंह, आलोक मिश्रा, कृष्णमुरारी शर्मा, समीर राज चौधरी, सूरज नयन, दीपक श्रीवास्तव, अजय सिन्हा मंटू, संजीव नाथ, सतीश कुंदन, धरणीधर प्रसाद, कुसुम सिन्हा, संगीता सिन्हा, तनुजा सहाय, अरविंद अग्रवाल, निशांत भास्कर, विकास सिन्हा, रंजय बरदियार, सतीश केडिया, सुशांत सिन्हा, बबलू सानू, संजू खान, मजहर अंसारी, अशोक राम आदि हैं. साथ ही सलाहकार समिति में सैकड़ों प्रतिनिधि हैं.
उसरी बचाओ अभियान की कोर कमेटी में संजय सिंह, आलोक मिश्रा, कृष्णमुरारी शर्मा, समीर राज चौधरी, सूरज नयन, दीपक श्रीवास्तव, अजय सिन्हा मंटू, संजीव नाथ, सतीश कुंदन, धरणीधर प्रसाद, कुसुम सिन्हा, संगीता सिन्हा, तनुजा सहाय, अरविंद अग्रवाल, निशांत भास्कर, विकास सिन्हा, रंजय बरदियार, सतीश केडिया, सुशांत सिन्हा, बबलू सानू, संजू खान, मजहर अंसारी, अशोक राम आदि हैं. साथ ही सलाहकार समिति में सैकड़ों प्रतिनिधि हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है