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बीपी को मिला ओएनजीसी के मुंबई हाई के परिचालन का ठेका, शेयरों में तेजी आने की उम्मीद

BP: बीपी का चयन मुंबई हाई क्षेत्र के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. यह न केवल क्षेत्रीय उत्पादन को बढ़ावा देगा, बल्कि ओएनजीसी की उत्पादन क्षमता को भी सुधारने में मदद करेगा.

BP: बीपी पीएलसी ने सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी के मुंबई हाई तेल और गैस क्षेत्र के संचालन का ठेका जीत लिया है. बीपी ने औसत मासिक उत्पादन स्तर में 60% तक वृद्धि की पेशकश की, जिससे यह बोली जीतने में सफल रहा. बीपी पीएलसी का ठेका जीतने के बाद उसके शेयरों में तेजी आने की उम्मीद जाहिर की जा रही है.

ओएनजीसी जून 2024 में जारी किया था टेंडर

ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) ने पिछले साल जून में अपने प्रमुख मुंबई हाई क्षेत्र में घटते उत्पादन को रोकने के लिए विदेशी साझेदारों से सहयोग प्राप्त करने के लिए टेंडर जारी की थी. इसमें वृद्धिशील उत्पादन से होने वाली आय में हिस्सेदारी और एक निश्चित शुल्क की पेशकश की गई थी, लेकिन इसमें कोई शेयर हिस्सेदारी नहीं दी गई. इस टेंडर में दो बोलीदाता बीपी और रॉयल डच शेल शामिल हुए थे

ऐसे हुआ बीपी का चयन

ओएनजीसी ने बताया कि बोली मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद बीपी पीएलसी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड को तकनीकी सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में चुना गया है. टीएसपी का काम क्षेत्र के प्रदर्शन की समीक्षा करना और उत्पादन बढ़ाने के लिए जलाशय, सुविधाओं और कुओं में सुधार की पहचान करना होगा.

उत्पादन वृद्धि का लक्ष्य

बीपी ने 10 साल के अनुबंध अवधि में औसत मासिक उत्पादन स्तर से 60% तक उत्पादन वृद्धि का लक्ष्य रखा है. ओएनजीसी ने यह सुनिश्चित करने के लिए बोली लगाई थी कि टेंडर के माध्यम से जटिल परिपक्व जलाशयों के प्रबंधन और उन्नत पुनर्प्राप्ति प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जाएगा.

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निविदा प्रक्रिया

ओएनजीसी ने जून 2024 तक मुंबई हाई क्षेत्र के लिए एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) निविदा जारी की थी, जिसमें कंपनियों से जटिल जलाशय प्रबंधन और सर्वोत्तम परिचालन प्रथाओं को लागू करने की विशेषज्ञता मांगी गई थी. ओएनजीसी ने निविदा दस्तावेज में कहा था कि कम से कम 75 अरब डॉलर के वार्षिक राजस्व वाली कंपनियों से बोली प्राप्त की जानी चाहिए.

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