Swapna Shastra: हिन्दू धर्म में स्वप्न शास्त्र को बड़ी अहमियत दी गई है. इस शास्त्र के माध्यम से सपने में होने दिखने वाले हर चीजों का मतलब पता लगाया जा सकता है. हर इंसान को सोते समय सपने आते हैं. कुछ सपने बहुत ही अच्छे होते हैं. लेकिन कुछ सपने बहुत ही डरावने होते हैं, जो कि सोते हुए इंसान को उठने पर मजबूर कर देती है. माना जाता है कि रोजमर्रा की जिंदगी में घटित होने वाली घटनाओं से जुड़ी चीजें ही ख्वाब में नजर आती हैं. ऐसे में हर ख्वाब का कुछ न कुछ मतलब जरूर होता है. कुछ सपने में भविष्य में होने वाली अच्छी चीजों की ओर इशारा करती हैं, जबकि कुछ ख्वाब ऐसे होते हैं कि जो कि भविष्य में होने वाली किसी बड़ी परेशानी को ओर इशारा करती हैं. ऐसे में स्वप्न शास्त्र के मुताबिक अगर आपके सपने में ये तीन तरह के पक्षी आते हैं तो यह माना जाता है कि आपकी जिंदगी में कुछ शुभ होने वाला है.
यह भी पढ़ें- Swapna Shashtra: सपने में दिखे ये चीजें तो हो जाएं सावधान, बड़ी अनहोनी की ओर करते हैं इशारा
यह भी पढ़ें- Swapna Shashtra: सपने में दिखें ये 5 चीजें तो समझिए बंद किस्मत का खुलने वाला है ताला, घर में होगी पैसो की बरसात
सपने में दिखे तोता
स्वप्न शास्त्र के मुताबिक अगर रात में सोते समय सपने में तोता दिखे तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है. माना जाता है कि सपने में तोता देखने से जिंदगी में बहुत जल्द कुछ बेहतर होने वाला है. सपने में तोता नजर आने से घर में खुशहाली आती है. यह घर के सुख-समृद्धि की ओर इशारा करती हैं.
ख्वाब में नजर आए उल्लू
स्वप्न शास्त्र के मुताबिक, अगर ख्वाब में उल्लू नजर आए तो यह बहुत ही शुभ होता है. मान्यता है कि सपने में उल्लू दिख जाए तो घर में माता लक्ष्मी की कृपा होने वाली है. घर की सभी आर्थिक समस्याएं खत्म होने वाली है. यह माना जाता है कि घर में बहुत जल्द कहीं से रुपया आने वाला है.
सपने में मोर नजर आए
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में मोर नजर आना शुभ संकेत की ओर इशारा करता है. मोर को भगवान शंकर के बड़े बेटे कार्तिकेय की सवारी मानी जाती है. यह माना जाता है कि अगर ख्वाब में मोर नजर आया है तो कार्यक्षेत्र में बहुत जल्द आपको सफलता मिलने वाली है. साथ ही घर की सुख-समृद्धि में उन्नति होने वाली है.
यह भी पढ़ें- स्वप्न शास्त्र: सुबह में देखे गए सपने हो जाते हैं सच, जानिए 10 सपने जो आपको बना देंगे धनवान
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.