HMPV: ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस यानी एचएमपीवी संक्रमण को लेकर मायागंज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) समेत बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है. यहां मरीजों के इलाज के लिए बेड सुरक्षित कर लिये गये हैं. वहीं मरीजों में संक्रमण की जांच, इलाज के लिए दवा की व्यवस्था जारी है. मायागंज अस्पताल में इस समय बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए लिक्विड ऑक्सीजन की खरीदारी बाहरी एजेंसी से की जा रही है. राज्य सरकार की ओर से हर माह चार से पांच टैंकर अस्पताल भेजा रहा है. जबकि कोरोना काल में अस्पताल में लगा दो ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट नवंबर 2023 से बंद पड़ा है.
पीएम केयर फंड और मुख्यमंत्री फंड से बना ऑक्सीजन प्लांट बंद
इनमें से पहला 2000 लीटर प्रति मिनट एलपीएम क्षमता का प्लांट एक पीएम केयर फंड से लगा था. इस प्लांट से अस्पताल के 700 से अधिक बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई होती थी. वहीं मुख्यमंत्री फंड से बना 300 एलपीएम क्षमता के जेनरेशन प्लांट से 100 से अधिक बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई होती थी.
मेंटेनेंस के अभाव में बंद है ऑक्सीजन प्लांट
भागलपुर के मायागंज अस्पताल में लगे दो हजार एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट में मेंटेनेंस की जरूरत है. मेंटेनेंस के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति को पत्र भेजा गया है. केंद्रीय फंड से तैयार इस प्लांट के मेंटनेंस की जिम्मेदारी अब राज्य सरकार को दे दी गयी है. वहीं 300 एलपीएम क्षमता वाले प्लांट बीते कई माह से बंद है. सूचना मिली कि मशीन लगाने वाली कंपनी ने इसपर ताला जड़ दिया है. अगर दोनों प्लांट को चालू हो जाये तो बाहर से खरीदी जा रही लिक्विड ऑक्सीजन पर हर माह लाखों रुपये खर्च नहीं होंगे. ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर मायागंज अस्पताल आत्मनिर्भर हो जायेगा. वही इस पूरे मामले पर मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ केके सिन्हा पीएम केयर फंड से लगे ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट को मेंटेनेंस कराने में लाखों रुपये खर्च होंगे. शुक्रवार को आयोजित होने वाली रोगी कल्याण समिति की बैठक में इस मुद्दे को रखा जायेगा.