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मोतीहारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का सिविल सर्जन ने किया निरीक्षण

भारत सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत ऐसे केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ, किफायती और प्रभावी बनाना है.

किशनगंज.स्वास्थ्य प्रत्येक व्यक्ति का बुनियादी अधिकार है, और इसे समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना किसी भी देश की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है. खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता अक्सर एक चुनौती होती है, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) एक प्रभावी समाधान के रूप में उभरा है. भारत सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत ऐसे केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ, किफायती और प्रभावी बनाना है.

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर: स्वास्थ्य सेवाओं का आसान माध्यम

जिला पदाधिकारी विशाल राज ने बताया की हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर न केवल इलाज का स्थान है, बल्कि यह स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने का भी महत्वपूर्ण केंद्र है. इन केंद्रों में टीकाकरण, प्रसव पूर्व और प्रसव बाद देखभाल, बच्चों और माताओं के पोषण पर ध्यान, नियमित स्वास्थ्य जांच, और गैर-संक्रामक रोगों की पहचान जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.ग्रामीण क्षेत्रों में ये केंद्र एक सेतु का काम करते हैं, जो दूर-दराज के गाँवों में रहने वाले लोगों को शहर की बड़ी स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ते हैं. इन केंद्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), एएनएम, और आशा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से ग्रामीण लोगों को नियमित स्वास्थ्य देखभाल मिल पाती है.

मोतिहारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने मोतीहारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया. यह दौरा न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए था, बल्कि सुधार की संभावनाओं को भी समझने का एक प्रयास था.डॉ. राजेश ने केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं का गहन अध्ययन किया. उन्होंने टीकाकरण प्रक्रिया, मातृ-शिशु देखभाल सेवाओं, दवाओं की उपलब्धता, और उपकरणों की स्थिति की समीक्षा की. निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना.

आगे की दिशा और सुधार के सुझाव

निरीक्षण के बाद डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है. उन्होंने दवाओं और आवश्यक उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने, स्टाफ की कमी को दूर करने, और स्वास्थ्य केंद्रों के प्रबंधन में तकनीकी सुधार लाने की बात कही. साथ ही उन्होंने केंद्र में डिजिटल रिकॉर्ड प्रणाली लागू करने का सुझाव दिया, जिससे मरीजों का डेटा सुरक्षित रखा जा सके और इलाज में पारदर्शिता बनी रहे. मोतिहारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी ढंग से पहुंच रही हैं. ऐसे प्रयास न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं, बल्कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में भी सहायक होते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि लोग इन सेवाओं का कितना उपयोग करते हैं. सिविल सर्जन का यह निरीक्षण और सुझाव जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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