कम संसाधन, बिना सरकारी सहयोग और विपरीत माहौल के बीच भागलपुर की सांस्कृतिक विरासत को संजाने का काम यहां की युवा पीढ़ी करने में जुट गये हैं. इसकी शुरुआत मुंशी प्रेमचंद की रचना पर आधारित ठाकुर का कुआं लघु फिल्म बनाकर की गयी. अब लोगों की जागरूकता को लेकर ट्रैफिक फिल्म बनाने की तैयारी है. फिल्म के निर्माता निर्देशक विवेकराज शेखर ने बताया कि इस ठाकुर का कुआं फिल्म को बनाने में 21 घंटे लगे. सभी सीन की शूटिंग भागलपुर प्रमंडल के अमरपुर शाहपुर गांव में हुई. यहां ग्रामीण परिवेश में शूटिंग में मदद मिली. ग्रामीणों का भी सहयोग मिला. इस फिल्म में 12 कलाकार हैं. अधिकतर भागलपुर के ही हैं. यह फिल्म लगभग आधे घंटे की है. फिल्म में भागलपुर की मिट्टी की खुशबू है. फिल्म में गरीबों व मजदूरों के शोषण पर प्रहार किया गया है. निरूपमकांति पाल ने ठाकुर की भूमिका, डॉ जयंत जलद ने गरीब पिता की भूमिका, तो लक्ष्मी ने गरीब की बेटी की भूमिका निभायी. कलाकार निरूपम कांति पाल ने बताया कि वीआरएस फिल्म के, निर्माता निर्देशक विवेकराज शेखर भागलपुर के कलाकारों का मनोबल बढ़ा रहे हैं. जनवरी में ट्रैफिक फिल्म बनकर तैयार हो जायेगी. इसमें जाम की परेशानी, सड़क सुरक्षा व पुलिस प्रशासन की भूमिका को प्रदर्शित किया जायेगा. डा जयंत जलद, लक्ष्मी, निरुपम कान्ति पाल, रौनक कुमार, रूपेश कुमार यादव, आदित्य जायसवाल, राहुल शर्मा, सौरभ कुमार, विपिन कुमार दास, अंशदेव निराला, सूरज कुमार, राजीव सिंह यादव एवं मेकअप में सज्जन कुमार सिंह का योगदान रहा.
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