मोहनिया शहर. दो महानगरों को जोड़ने वाली एनएच-19 सड़क पर स्थित मोहनिया टोल प्लाजा पर पिछले एक माह से लग रहे जाम की समस्या को लेकर प्रशासन से लेकर एनएचएआइ तक मूक दर्शक बना हुआ है. जाम का सिलसिला सातवें दिन भी जारी रहा. यहां टोल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लगी रही. इससे वाहन चालक परेशान रहे. गौरतलब है कि दो महानगर यानी दिल्ली और कोलकाता को जोड़ने वाली एनएच-19 सड़क इन दिनों जाम से कराह रही है. वह मोहनिया का टोल प्लाजा हो या बरेज सहित अकोढी ओवरब्रिज, जहां हमेशा जाम लगने से वाहन चालक इस कड़ाके की ठंड में पसीना छोड़ रहे हैं. गुरुवार को प्रभात खबर टीम टोल प्लाजा पर लग रहे जाम की समस्या के लेकर जायजा लेने पहुंची. यहां देखने को मिला की टोल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लगी थी, जिसमें मालवाहक के साथ छोटे वाहन फंसे थे. मोहनिया की तरफ से जाने वाले लेन में तो इस कदर जाम लगा था कि वाहनों की लाइन चेकपोस्ट के लेन तक लगी थी, जिसे देखने वाला कोई नहीं था. जबकि, लोग परेशान हो रहे थे. वाहन चालकों ने कहा कि टोल प्लाजा पर लग रहे जाम को लेकर प्रशासन से लेकर एनएचएआइ को लेकर गंभीर नहीं है. इसके कारण भारी परेशानी हो रही है. # 15 से 17 हजार प्रतिदिन गुजरते हैं वाहन दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली एनएच-19 सड़क से औसतन एक दिन में 15 से 17 हजार वाहन गुजरते है. अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि प्रतिदिन इतनी संख्या में एनएच-19 सड़क से वाहन गुजरते है, जिसकी जानकारी तो टोल प्लाजा को भी है. लेकिन, बिना तैयारी किये ही टोल के दोनों तरफ लेन का निर्माण एक साथ शुरू कर दिया गया, जो वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन गया है. टोल के दोनों तरफ लेन निर्माण के लिएउ सड़क को वनवे कर दिया गया है, जो जाम का मुख्य कारण बन रहा है. जबकि, इसे लेकर टोल प्लाजा प्रबंधन भी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं. इस संबंध में टोल प्लाजा मैनेजर राज शेखर तिवारी ने बताया हम बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है. इस संबंध में जानकारी के लिए वरीय अधिकारी से संपर्क करे.
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