मधुबनी. गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व बेहतर देखभाल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजनाओं में शुमार है. अभियान के तहत हर महीने की 9वीं व 21वीं तारीख को जिले में गर्भवती महिलाओं की जांच को लेकर विशेष अभियान चलाया जाता है. इसी क्रम में गुरुवार को भी जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित पीएमएसएम अभियान बेहद सफल रहा. इस अवसर पर सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत अधीक्षक डा. राजीव रंजन ने दर्जनों गर्भवती महिलाओं को सेव एवं केला सहित अन्य फल दिया. हाल के दिनों में जिले में पीएमएसएमए अभियान के सफल क्रियान्वयन व इसके तहत गर्भवती महिलाओं को उपलब्ध कराई जाने वाले चिकित्सकीय सुविधाओं की बेहतरी को लेकर किया गया विभागीय प्रयास अब असरदार साबित हो रहा है. इसकी मदद से हाई रिस्क प्रिगनेंसी मामलों की समय पर पहचान आसान हुआ है लिहाजा इसका कुशल प्रबंधन करते हुए सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने संबंधी विभागीय प्रयासों को मजबूती मिली है. पीएमएसएमए अभियान को लेकर किये गये सुधारात्मक प्रयासों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने बताया कि अभियान को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने के उद्देश्य से पीएमएसएम सत्र के चयन, साइटों पर कुशल व दक्ष स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति, सभी सत्रों पर जरूरी लॉजिस्टिक व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर जरूरी पहल की गयी है. इसके लिए संबंधित कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण भी दिया गया है अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से इससे जुड़ी कमियों को चिह्नित करते हुए इसका निराकरण किया गया. लिहाजा जांच कराने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई. वहीं इससे जटिल ममालों का कुशल प्रबंधन भी आसान हुआ है. इससे सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल रहा है. हाई रिस्क प्रिगनेंसी मामलों की पहचान को मिला बढ़ावा डीपीएम पंकज मिश्रा ने बताया कि पीएमएसएमए अभियान के सफल आयोजन व इसमें गुणात्मक सुधार को लेकर किये गये प्रयासों की मदद से हाई रिस्क प्रिगनेंसी मामलों की पहचान पहले से आसान हुआ है. इसकी संख्या में भी बढ़ोतरी दिख रहा है. प्रसव संबंधी जटिल मामलों की समय पर पहचान जरूरी सिविल सर्जन डा. हरेंद्र कुमार ने कहा कि जिले में गर्भवती महिलाओं को जरूरी चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने की दिशा में कारगर पहल किये जा रहे हैं. प्रसव संबंधी जांच को अधिक सुलभ व आसान बनाने के उद्देश्य से पीएमएसएमए अभियान का सफल क्रियान्वयन जरूरी है. अभियान की मदद से प्रसव संबंधी जटिल मामलों की ससमय पहचान को प्राथमिकता दी जा रही है. ताकि जिले में सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल सके. उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा, मां से बच्चों में होने वाले गंभीर संक्रामक रोगों के प्रसार को नियंत्रित करने व गर्भवती महिलाओं को परिवार नियोजन, उचित पोषाहार व स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करने, प्रसव पूर्व व इसके बाद स्वास्थ्य देखभाल संबंधी जरूरी चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने की दिशा में उन्होंने पीएमएसएमए अभियान के सफल क्रियान्वयन को महत्वपूर्ण बताया.
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