गिरोह ने धोखाधड़ी कर जुटाये हैं 180 करोड़ रुपये
संवाददाता, कोलकातादेशभर में डिजिटल अरेस्ट, पार्सल स्कैम, फर्जी सीबीआइ अधिकारी बनकर झांसा देने समेत कई तरह से साइबर धोखाधड़ी के जरिये अबतक लगभग 180 करोड़ रुपये ठगने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान चिराग कपूर उर्फ चिंतक राज (36) के तौर पर हुई है. कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने आरोपी को बेंगलुरु के अंजन पाड़ा इलाके में एक फ्लैट से गिरफ्तार किया. आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश कर कोलकाता लाने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरू कर दी है. साइबर धोखाधड़ी करने वाले इस गिरोह के सदस्यों पर देशभर में 930 मामले दर्ज हैं. पुलिस ने पहले ही इस गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरोह के कब्जे से दर्जनों बैंक खाते, पासबुक, राउटर व इलेक्ट्राॅनिक उपकरण जब्त किये गये हैं. क्या है मामला: पुलिस सूत्र बताते हैं कि 17 जून, 2024 को देवेशी दत्ता नाम की महिला ने 47 लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकायत लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में दर्ज करायी. महिला ने शिकायत में बताया कि उसे नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी देकर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर उससे 47 लाख रुपये वसूल लिये थे. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि महिला ने इन जालसाजों के कहने पर 7.40 लाख रुपये एक कंपनी के बैंक अकाउंट में जमा किये थे. इसके बाद जांच में पाया गया कि उक्त कंपनी उमा बनर्जी नामक महिला के नाम पर है. इसके बाद साइबर क्राइम थाने के अधिकारियों ने आनंदपुर, पाटुली और नरेंद्रपुर में छापामारी कर एक-एक कर गिरोह के कुल 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया. उस समय 104 पासबुक, 140 सिम कार्ड, 40 सील सहित अन्य दस्तावेज बरामद किये गये थे. इसके बाद चिराग के नाम का पता चला था. जांच में पता चला कि इस गिरोह ने पूरे देश में अबतक लोगों से विभिन्न तरकीब से साइबर ठगी कर बैंकों में खोले गये म्यूल अकाउंट (किसी दूसरे के बैंक अकाउंट का गलत तरीके से इस्तेमाल करना) में कुल 180 करोड़ रुपये जमा करवाकर निकाल लिये थे. जांच में पता चला कि गिरोह का मास्टरमाइंड चिराग कपूर उर्फ चिंतक राज है. चिराग की गिरफ्तारी के बाद उसके ठिकाने से 3 राउटर, 2 हार्ड डिस्क, एक लैपटॉप, 1 लैंडलाइन फोन, चार मोबाइल फोन एवं सिमकार्ड के साथ 5 अलग सिमकार्ड और 3 पैन कार्ड, 4 चेकबुक एवं एक 1 यूएसबी और विभिन्न कंपनियों के रबड़ स्टांप जब्त किये गये हैं. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर ठगी की राशि को बरामद करने की कोशिश की जा रही है.
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