रांची (विशेष संवाददाता). मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं. राज्य सरकार धनबाद जिला स्थित तोपचांची झील को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बेहतर कार्य योजना के साथ आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री के समक्ष शुक्रवार को कांके रोड रांची स्थित आवासीय कार्यालय में अधिकारियों ने तोपचांची झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने संबंधित कार्ययोजना का पीपीटी प्रजेंटेशन रखा.
सीएम ने कहा कि तोपचांची लेक का पर्यावरण के अनुरूप सौंदर्यीकरण कराकर एक बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में पहचान देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. सीएम ने कहा कि झारखंड प्रकृति की आंचल में बसा राज्य है. यह राज्य जंगलों, पहाड़ियों और नदियों से घिरा है, इस राज्य की खूबसूरती से देश एवं दुनिया के लोग परिचित हो इस निमित्त टूरिज्म की संभावनाओं पर विशेष कार्य किया जा रहा है. आने वाले दिनों में झारखंड पर्यटन हब के रूप में पहचाना जा सके इसके लिए पर्यटन विभाग, वन विभाग तथा नगर विकास विभाग बेहतर समन्वय स्थापित कर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य करे. बैठक में पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार, अविनाश कुमार, सुनील कुमार, अंजलि यादव एवं समर्थ इंफ्राटेक सर्विसेस प्रालि के टाइटस नाईनन, रोहित कौशिक, साकेत चौहान एवं अन्य उपस्थित थे.पर्यटन स्थल के विकास से मिलेगा रोजगार
सीएम ने तोपचांची लेक को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया कि पर्यटन स्थल से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो, इसका भी ख्याल अनिवार्य रूप से रखें. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि तोपचांची झील के विकसित होने से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर सृजन होंगे.33 एकड़ भूमि में तैयार होगा टूरिस्ट हब
तोपचांची झील और उसके आसपास 33 एकड़ भूमि टूरिस्ट हब के तौर पर विकसित किये जाने की योजना है, जिसमें रिसोर्ट, जंक्शन, प्लाजा, एक्टिविटी पार्क, सेंट्रल पार्क, नेचर पार्क, मोटर स्पोर्ट्स पार्क, म्यूजिक पार्क, फूड प्लाजा, कैफेटेरिया, बोटिंग, गो कार्ट जैसी सुविधाएं पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है