पटमदा. पटमदा प्रखंड ग्राम प्रधान संघ के महासचिव मृत्युंजय महतो ने कुमीर गांव में तीन एकड़ में आलू व तीन एकड़ में खीरा की खेती की है. इससे वह तीन माह में डेढ़ लाख रुपये कमाई कर ली है. मृत्युंजय महतो को आगे और बेहतर रोजगार की संभावना है. मृत्युंजय महतो ने कहा कि वे अपने तालाब से सिंचाई का काम करते हैं. तालाब में मछली पालन भी करते हैं. इससे बेहतर कमाई हो जाती है. इसी से परिवार का भरण पोषण होता है.
पटमदा के सैकड़ों किसानों ने की आलू की खेती
पश्चिम बंगाल सरकार की मनमानी रवैया से परेशान पटमदा व बोड़ाम के सैकड़ों किसानों ने भारी मात्रा में आलू की खेती की है. पटमदा के किसान श्रीमंत मिश्रा ने बताया कि इस साल काफी संख्या में किसानों ने आलू की खेती की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आलू के भंडारण के लिए बने आधुनिक कोल्ड स्टोरेज में किसानों को आलू रखने की सुविधा मिले. अब पटमदा के किसान ही शहर के बाजारों में आलू उपलब्ध करायेंगे. इससे महंगाई भी कम होगी और रोजगार भी बढ़ेंगे.
सुफल व नरेश सिंह ने तीन बीघा में की बैंगन की खेती
पटमदा के कुलटांड़ (नेगजुड़ी) गांव निवासी सुफल सिंह व नरेश सिंह ने संयुक्त रूप से तीन बीघे जमीन में बैगन की खेती की है. बैगन की खेती से एक माह में एक लाख रुपये की आमदनी की है. सुफल सिंह व नरेश सिंह ने बताया कि टोटको नाला के किनारे खेत रहने से उन्हें पानी का लाभ मिलता है. टोटको नाले के पानी से ही सिंचाई का काम करते हैं. इससे अच्छी फसल होती है.
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