संवाददाता, पटना : फेसबुक और इंस्टाग्राफ पर बजाज फाइनेंस समेत अन्य कंपनियों के नाम पर लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. साइबर थाने के डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने शुक्रवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फुलवारीशरीफ के रामनगर वाल्मी स्थित सहाय मेंशन के चौथे तल्ले पर स्थित फ्लैट में कार्यालय खोल कर ठगी करने वाले पांच साइबर शातिरों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें गया के नीमचक बथानी के निवासी तीन दोस्त सन्नी कुमार, शिशुपाल कुमार और सुधांशु कुमार हैं. तीनों एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं और फिलहाल कंपीटिशन की तैयारी करते हैं. इसके अलावा नवादा के संदीप कुमार और शेखपुरा के मंटू कुमार को पकड़ा गया है. फ्लैट से साइबर थाने की पुलिस ने 17 मोबाइल, दो लैपटॉप, छह एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान जब्त किये हैं.
नवादा और शेखपुरा के शातिर ने गया के तीनों छात्रों को दी थी ट्रेनिंग
मिली जानकारी के अनुसार इस गिरोह में और कई लोग शामिल हैं. पूछताछ में पता चला कि नवादा के संदीपन कुमार और शेखपुरा के मंटू कुमार ने गया के तीनों शातिरों को साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग दी थी. तीनों से यह कहा गया था कि लोन के संबंध में ग्राहक से बात करना है. इसके बाद तीनों को कॉल करने के लिए रखा गया. इसके बाद तीनों को समझ में आ गया कि साइबर फ्रॉड किया जा रहा है. गिरोह के सरगना के बारे में साइबर थाने की पुलिस पता लगाने में जुटी है.डायरी व पेपर में कई लोगों के नाम और नंबर मिले
मिली जानकारी के अनुसार फ्लैट से साइबर थाने की पुलिस को डायरी समेत अन्य पेपर मिले हैं. इनमें कई मोबाइल फोन नंबर, नाम भी मिले हैं. यही नहीं, किन लोगों से कितनी की ठगी की गयी है, इसका भी जिक्र किया गया है. सभी फाइनांस कंपनियों के अधिकारी बन कर बात करते थे. फर्जी डॉक्यूमेंट भी मिले हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है