जयनगर. प्रखंड के दुर्गा मंदिर प्रांगण में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा श्री रामचरितमानस सह गीता ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया़ मौके पर आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी धनंजयानंद ने कहा कि टेंशन एक सर्वव्यापी रोग हो गया है. यह समस्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रहा है. यदि टेंशन से मुक्त होना चाहते है तो युक्ति अपनानी होगी. अटेंशन से टेंशन भागता है. आज के समय में अधिकतर लोग अज्ञानता के कारण परिस्थितियों के आगे घुटने टेक देता है. जरा से प्रतिकूल दबाव में तनावग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन जब इंसान अपनी भीतरी शक्तियों का अनुभव कर लेता है, तब वह बढ़ते दबाव के साथ सशक्त होता चला जाता है. विपरीत परिस्थितियां एक अच्छी पाठशाला होती है, जिसमें मनुष्य जीवन जीने की कला को सीखता है. साध्वी अमृता भारती ने कहा कि जिस प्रकार कागज पर लिखी स्याही को कोई कागज से विलग नहीं कर सकता है. वैसे ही आत्मा को परमात्मा से विलग नहीं किया जा सकता. आत्मा, परमात्मा का अंश है. इस अवसर पर पर सुरेंद्र प्रसाद मोदी, प्रफुल्ल चंद्र राय, राजीव कुमार, दयानंद गुप्ता, सदानंद सिंह, सच्चिदानंद स्वर्णकार, काली स्वर्णकार, विजय बर्णवाल, सुनील कुमार, अनीता देवी, किरण कुमारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.
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