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‘IPL में चयन होते ही सब बिगड़ जाता है’, मयंक यादव की चोट पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ने किया कटाक्ष

Mayank Yadav: टीम इंडिया के युवा सनसनी मयंक अग्रवाल अब तक भारत के लिए एक भी मैच में अपनी गति का जादू नहीं दिखा पाए हैं. वह 150 KMPH से ज्यादा की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं, लेकिन चोट ने उनकी गति पर विराम लगा दिया है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने उनके चोट पर प्रश्नचिन्ह लगाया है.

Mayank Yadav: मयंक यादव इंडियन प्रीमियर लीग के 2024 संस्करण के दौरान एक शानदार गेंदबाज बनकर उभरे. उनकी तेज गति ने कई लोगों को प्रभावित किया, जब वे लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेले. हालांकि, होनहार तेज गेंदबाज का करियर बार-बार चोटों के कारण बाधित रहा और वह खेल के मैदान से लंबे समय तक बाहर रहे. चोट के कारण वह राष्ट्रीय टीम में भी अपना प्रदर्शन उस प्रकार नहीं दिखा पाए, जैसा कि जसप्रीत बुमराह जैसे तेज गेंदबाजों ने दिखाया. उनसे टीम इंडिया को काफी उम्मीदें थी, जिसपर वह खरे नहीं उतर पाए. आईपीएल का यह सनसनी भारत के लिए अब तक कोई खास कमाल नहीं दिखा पाया है.

भारत को मयंक जैसे गेंदबाजों की जरूरत

हाल ही में संपन्न बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान, जसप्रीत बुमराह के गेंदबाजी आक्रमण के समाप्त होने के बाद भारत की इस कमजोर कड़ी की ओर इशारा किया. कई लोगों ने चोटिल मयंक यादव की अनुपस्थिति की ओर भी इशारा किया, जिनकी तेज गति ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर प्रभाव डाल सकती थी. पूर्व आस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने इस मुद्दे पर अपना विश्लेषण पेश करते हुए कहा कि समस्या की जड़ यह है कि युवा भारतीय गेंदबाज रेड बॉल के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने की बजाय आईपीएल अनुबंधों पर अधिक ध्यान दे रहे हैं.

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आईपीएल अनुबंध हासिल करने के लिए तेज गेंदबाजी पर ध्यान

हॉग ने कहा, ‘वह (मयंक यादव) चोटिल होने की संभावना रखता है क्योंकि वह युवा है. मैं उसके प्रथम श्रेणी के आंकड़े देख रहा हूं, उसने केवल एक फर्स्ट क्लास खेला है. इसलिए, उसने लंबे प्रारूप में भी बहुत अधिक नहीं खेला है. मुझे लगता है कि यह सिर्फ उसकी गति की वजह से है. कुछ अन्य गेंदबाज हैं जो उनके जैसे ही हैं जो 145-150 से अधिक की गति से गेंदबाजी करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वे केवल आईपीएल अनुबंध हासिल करना चाहते हैं.’

रेड बॉल क्रिकेट है जरूरी

हॉग ने कहा, ‘युवा भारतीय गेंदबाज शुरू में उस गति से गेंदबाजी करते हैं. कभी-कभी, वे सही सोचते हैं, बस तेज गति से गेंदबाजी करो, अगर मुझे आईपीएल अनुबंध मिल जाता है, तो मैं खुश हूं. बस यही अंत है.’ हॉग के अनुसार, एक बार जब ये गेंदबाज आईपीएल अनुबंध हासिल कर लेते हैं, तो वे अक्सर खेल के लंबे प्रारूपों के लिए अपने कौशल को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं.

इंग्लैंड के खिलाफ वनडे टीम का हिस्सा हो सकते हैं मयंक

हॉग ने कहा, ‘एक बार जब उन्हें आईपीएल अनुबंध मिल जाता है तो सब कुछ खिड़की से बाहर हो जाता है. वे खेल के लंबे प्रारूप को खेलना नहीं सीखते हैं. वे अपने भीतर से गेंदबाजी करना नहीं जानते हैं, उनमें वह धीरज नहीं है. उन्हें उस धीरज के लिए प्रशिक्षित नहीं किए गए हैं.’ इन चिंताओं के बावजूद, यादव को सफेद गेंद से लाल गेंद वाले क्रिकेट में अपनी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया गया है. यादव चोट से उबर रहे हैं. उम्मीद है वह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज का हिस्सा होंगे.

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