चाईबासा.सरकारी विद्यालयों के बच्चे भी अब आने वाले दिनों में अपनी योग्यता को प्रदर्शित करने में सक्षम हो सकेंगे. यहां के बच्चे रोबोटिक्स ज्ञान के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) से अवगत होंगे. इसके लिए जिले के दो स्कूल टाटा कॉलेज कॉलोनी स्थित पीएमश्री विद्यालय व सदर प्रखंड की कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय को मॉडल बनाकर नावाचारी शिक्षण (इनोवेटिव लर्निंग) के अनुरूप इसे विकसित किया जा रहा है. इस जानकारी क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो ने दी है. उन्होंने कहा कक्षा 6 से 10 क्लास के बच्चों के लिए यह व्यवस्था बहाल की जा रही है.
जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में होगी शुरुआत
टोप्पो ने बताया कि इन दोनों विद्यालयों में गणित की शिक्षा, कंप्यूटर लैब, रोबोटिक्स क्लास रूम, फ्यूचर लैब, खगोलिये ज्ञान विज्ञान की जानकारी देने के लिए पावरफुल दूरबीन आदि की सुविधा बहाल की जा रही है. जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में इसे शुरू किये जाने की संभावना जतायी जा रही है. स्कूली बच्चों को कंप्यूटर पर काम करने की जानकारी देने के लिए बेसिक कंप्यूटर के माध्यम से शिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके बाद सिलेबस के अनुरूप शिक्षण प्राप्त होगा.फ्यूचर लैब में बच्चे अपनी रूचि की जानकारी प्राप्त करेंगे
यहां फ्यूचर लैब में 40 बच्चों को एक साथ बैठने की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए सभी बच्चों को अलग-अलग बैंच-डेस्क की सुविधा के साथ ही एक-एक लैपटॉप उपलब्ध कराया जायेगा. लैपटॉप में कोड दिया होगा, जिससे उसे संचालित किया जायेगा. जिसमें बच्चे अपनी रूचि के विषय के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.कोट:
नवाचारी शिक्षण गतिविधियों को प्रोमोट करने के उद्देश्य से तत्काल जिले में दो विद्यालयों को मॉडल बनाकर प्रयोग शुरू किया जा रहा है. पूर्व की शिक्षण पद्धति को और रूचिकर व प्रायोगिक पद्धति के माध्यम से बेहतर शिक्षा दी जायेगी. जिससे निश्चय ही शिक्षण में परिवर्तन हो होगा.
-टोनी प्रेमराज टोप्पो, क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा पदाधिकारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है