Tri Nagar Assembly Election Seat History : दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होने हैं जबकि 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा. त्रि नगर दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जो चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की उम्मीदवार प्रीति तोमर ने यहां से 58,504 वोट हासिल कर सीट जीती. बीजेपी के उम्मीदवार तिलक राम गुप्ता को 47,794 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कमल कांत शर्मा को 4,075 वोट मिले थे.
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में त्रि नगर का रिजल्ट
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के जितेंद्र सिंह तोमर 63,006 वोटों के साथ विजयी हुए थे. बीजेपी के नंद किशोर गर्ग को 40,699 वोट मिले थे.
त्रि नगर से किस पार्टी ने किसे बनाया उम्मीदवार
त्रि नगर से तिलक राम गुप्ता को बीजेपी ने टिकट दिया है. आप ने यहां से प्रीति तोमर को उतरा है जबकि कांग्रेस के सतेंद्र शर्मा यहां से चुनावी मैदान में हैं.
किस पार्टी ने कितने उम्मीदवार अब तक उतारे
- 2015 से दिल्ली की सत्ता पर आम आदमी पार्टी (आप) काबिज है. पार्टी सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है.
- मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने पिछले चुनाव में केवल 8 सीटें जीती थीं. अब तक पार्टी ने 58 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं.
- कांग्रेस इस बार आप और भाजपा के खिलाफ मजबूती से मैदान में है. अब तक पार्टी 48 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. पिछले दो चुनाव से कांग्रेस का खाता नहीं खुला है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में आए. अरविंद केजरीवाल की पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में वापस लौटी. इस साल आप ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि बीजेपी को महज तीन सीट मिली थी. इस साल कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने जीत दर्ज की, लेकिन 2015 की तुलना में कुछ सीट कम आई. इस साल अरविंद केजरीवाल की पार्टी को 62 सीट मिली, वहीं बीजेपी ने 8 सीट पर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में भी कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
आम आदमी पार्टी ने 2013 के पहले चुनाव में 28 सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी.