संवाददाता, सीवान. ग्रामीण विकास विभाग ने जिले के 15 प्रखंड सह अंचल कार्यालय के लिए नये भवन निर्माण को हरी झंडी दे दी है. इसपर दो अरब 91 करोड़ रूपये खर्च होंगे. भवनहीन तीन प्रखंड सह अंचल कार्यालय का नया भवन बनेगा, वहीं पुराने 12 का नये तरीके से निर्माण कराया जायेगा. एक नये भवन के निर्माण पर 30 करोड़ 74 लाख 70 हजार रुपया तो पुराने के जगह नये भवन बनाने के लिए 16 करोड़ 62 लाख 20 हजार रुपया खर्च होगा. ग्रामीण विकास विभाग ने पिछले साल ही पत्र भेजकर ऐसे प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवनों की सूची मांगी थी जो जीर्णशीर्ण हो चुके हैं और मरम्मत के योग्य नहीं हैं और भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध है. साथ ही ये भी निर्देश था कि जिला स्तर से भेजे जाने वाले प्रतिवेदन पर भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता का स्पष्ट मंतव्य भी अंकित होना चाहिए. इसके बाद जांच कराकर डीआरडीए के माध्यम से रिपोर्ट ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को भेजा गया था. भेजे गये पत्र में जिले के प्रखंड सह अंचल कार्यालय के लिए नये भवन निर्माण और जीर्णोद्धार की आवश्यकता बताई गयी थी. राज्य मंत्री परिषद की बैठक में मिली स्वीकृति के बाद जारी संकल्प के मुताबिक जिले से भेजी गई भवनों के नये निर्माण के प्रस्ताव पर भी मोहर लग गई है. इसके अनुसार नये भवन के निर्माण पर कुल 92 करोड़ 22 लाख 51 हजार तो पुराने भवन के जगह पर नए भवन बनाने के लिए एक अरब 99 करोड़ 45 लाख बीस हजार रूपये खर्च होंगे. यानी जिले के सभी 15 प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन निर्माण पर कुल 2 अरब 91 करोड़ 67 लाख की राशि खर्च हो सकती है. इन प्रखंडों में होना है निर्माण जिले के 12 प्रखंड बसंतपुर, भगवानपुरहाट, महाराजगंज, सिसवन, आंदर, गोरेयाकोठी, पचरुखी, हुसैनगंज, रघुनाथपुर, दरौली, गुठनी, मैरवा में इस योजना के तहत पुराने के जगह पर नया प्रखंड कार्यालय भवन मिलेगा. वहीं जीरादेई, लकडी नबीगंज और हसनपुरा को अपना नया भवन मिलेगा. क्या कहते हैं अधिकारी- सरकार द्वारा कार्यान्वित योजनाओं को आमजनों तक पहुंचाने के कार्य में प्रखंड सह अंचल कार्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है. साथ ही साथ प्रखंड प्रशासन राज्य सरकार की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करती है. इस प्रकार प्रखंड सह अंचल अंचल कार्यालय भवन का निर्माण जनोपयोगी है .सुरक्षा एवं संरक्षा के साथ-साथ अन्य विकासात्मक कार्यों के कार्यान्वयन में तेजी आयेगी. मुकेश कुमार, उप विकास आयुक्त, सीवान
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