कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले में एक सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद पांच महिलाओं को कथित तौर पर ‘एक्सपायर्ड’ दवा (इंट्रावीनस फ्लूइड) चढ़ाये जाने की घटना के लिए रविवार को राज्य सरकार को दोषी ठहराया. पार्टी ने इस घटना को भ्रष्टाचार और राज्य स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का नतीजा करार देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से स्पष्टीकरण देने की मांग की तथा सोमवार को स्वास्थ्य भवन का घेराव करने की घोषणा की. ममता के पास राज्य के स्वास्थ्य विभाग का भी प्रभार है. मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एमएमसीएच) में पांच महिलाओं को प्रसव के बाद जो दवा चढ़ायी गयी थी, वह कथित तौर पर ‘एक्सपायर्ड’ (इस्तेमाल करने की अवधि समाप्त हो गयी थी) हो चुकी थी. इनमें से एक महिला की मौत हो गयी थी, जबकि चार अन्य की हालत गंभीर बतायी जा रही थी. स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने घोषणा की कि घटना के विरोध में पार्टी सोमवार को स्वास्थ्य भवन का घेराव करेगी.
उन्होंने कहा : यह घटना भ्रष्टाचार, लापरवाही और बुनियादी ढांचे की कमी की पराकाष्ठा को उजागर करती है. एक पीड़िता जन्म देने के बाद अपने बच्चे को देख भी नहीं सकी. वहीं, चार अन्य महिलाएं अभी भी जिंदगी की जंग लड़ रही हैं. सरकार ने सवाल किया : स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग क्या कर रहे हैं? हम जवाबदेही चाहते हैं. हमारे पास सोमवार दोपहर दो बजे के आसपास स्वास्थ्य भवन के शांतिपूर्ण घेराव का आह्वान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता दोपहर करीब 12.30 बजे साॅल्टलेक के करुणामयी में एकत्र होंगे, जहां से वे सेक्टर पांच स्थित स्वास्थ्य भवन के लिए मार्च शुरू करेंगे. उन्होंने कहा : मैं पश्चिम बंगाल के लोगों से अपील करता हूं कि वे आगे आयें और हमारे विरोध-प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें.
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