कोलकाता. रविवार को राज्यभर में तृणमूल कांग्रेस की ओर से स्वामी विवेकानंद की जयंती मनायी गयी. इस दिन सांसद व तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और सभी को उनका अनुसरण करना चाहिए. बनर्जी, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर उत्तर कोलकाता के सिमला स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक आवास पर गये थे. वहां उन्होंने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहां से बाहर निकलने के बाद तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी पत्रकारों से मुखातिब हुए और कहा : स्वामीजी ने सभी धर्मों के बीच सद्भाव की बात की और अपने समय में वह भारत के लिए पथप्रदर्शक बने. हमें आज भी उन शिक्षाओं को याद करना चाहिए. जाति, पंथ, धर्म और लिंग से परे सभी को उनका पालन करना चाहिए. स्वामी विवेकानंद के सिद्धांत, आदर्श, विचार, चिंतन, कार्य पद्धति और शिक्षाएं आज के समय में भी बहुत महत्व रखती हैं और जीवन के हर कदम पर प्रासंगिक हैं.
उन्होंने कहा : मैं इसे स्वामीजी की जयंती नहीं कहूंगा, क्योंकि जन्म उनका होता है, जिनकी अंततः मृत्यु होती है. मैं इसे उनका ”आविर्भाव दिवस” कहता हूं, क्योंकि स्वामीजी आज भी हमारे बीच हैं. उनकी सोच और विचार शाश्वत और सर्वदा विद्यमान हैं. बंगाल ने हमेशा सभी धर्मों के बीच सद्भाव के संदेश को कायम रखा है. हम उसी रास्ते पर, स्वामीजी के रास्ते पर चलते रहें. विवेकानंद की जयंती को हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस मौके पर तृणमूल की ओर से भी अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किये गये थे.
इस दिन सिमला स्ट्रीट स्थित स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास पर राज्य के बिजली मंत्री अरूप विश्वास, मंत्री डॉ शशि पांजा, सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय समेत सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल के अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचे और उन्होंने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर मंत्री डॉ शशि पांजा ने युवा समाज को स्वामीजी के आदर्शों का अनुसरण करने का परामर्श दिया. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का अनुसरण करने पर युवा समाज को सही दिशा मिल सकती है.
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