गोपालगंज. आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका चंद्रकली देवी की रविवार को मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्ट्रेचर पर शव को रख दिया और आक्रोश जताया. वहीं, चेंबर में मौजूद चिकित्सक, अस्पताल उपाधीक्षक और प्रबंधक का घेराव कर गाली-गलौज व नोकझोंक भी की गयी. मृत महिला का नाम चंद्रकली देवी है, जो नगर थाने के मानिकपुर गांव की आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका और हरीचंद्र गिरि की पत्नी थी. परिजनों के हंगामे की वजह से अस्पताल परिसर में कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. हालांकि सुरक्षा गार्डों ने कड़ी मशक्कत करने के बाद समझा-बुझाकर स्थिति को शांत करा दिया.
सीने में तेज दर्द होने पर लगाया गया था इमरजेंसी वार्ड में
बताया जाता है कि रविवार की सुबह में करीब 5:37 बजे एक महिला को सीने में तेज दर्द होने पर इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि पर्चा बनवाने के बाद डॉक्टर के पास उनके चेंबर में भेज दिया गया, जहां डॉक्टर सोये हुए थे. मृतक के पुत्र प्रिंस कुमार गिरि के अनुसार डॉक्टर ने पेट दर्द का इंजेक्शन और कुछ दवाइयां लिखीं और नर्सों के पास भेज दिया.
इलाज नहीं शुरू होने पर ले गये थे निजी अस्पताल
परिजनों का आरोप है कि इलाज नहीं शुरू होने पर मरीज को निजी क्लिनिक लेकर चले गये, जहां मरीज की स्थिति देखकर फिर से सदर अस्पताल भेज दिया गया. दोपहर में सदर अस्पताल में मरीज को लेकर पहुंचे, तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाया कि समय पर इलाज नहीं मिला, इस वजह से मरीज की मौत हो गयी. उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग शुरू कर दी. परिजन कार्रवाई होने तक शव को लेकर जाने से इंकार कर दिया और इमरजेंसी वार्ड के गेट पर ही स्ट्रेचर पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे की सूचना पाकर अस्पताल प्रबंधक जान मोहम्मद और उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद पहुंचे.
उपाधीक्षक ने मामले की जांच कराने की कही बात
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद ने मामले की जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि परिजनों से बात कर घटना की जानकारी ली गयी है. निजी क्लिनिक में भी मरीज को लेकर परिजन चले गये थे, इसके बाद मौत होने पर वापस लेकर आये थे. उन्होंने कहा कि मामले में जांच चल रही है. सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद को भी घटना की जानकारी दे दी गयी है. जांच में दोषी जो भी पाये जायेंगे, उनपर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है