Rupees: भारतीय मुद्रा रुपये ने गिरने का एक बार फिर नया रिकॉर्ड कायम किया है. सोमवार 13 जनवरी 2025 को रुपया लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज करते हुए अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया. शुरुआती कारोबार में रुपया 27 पैसे टूटकर 86.31 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
रुपया के टूटने का कारण
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक अस्थिरता, मजबूत अमेरिकी डॉलर, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, विदेशी पूंजी की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट ने रुपये पर दबाव डाला. रुपया 86.12 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती सौदों में 86.31 तक गिर गया. यह शुक्रवार के बंद भाव 86.04 के मुकाबले 27 पैसे की गिरावट है.
डॉलर सूचकांक और बॉन्ड यील्ड
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार के शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा को दर्शाने वाले डॉलर सूचकांक 0.22% बढ़कर 109.72 पर पहुंच गया. इसके अलावा, 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड यील्ड अक्टूबर 2023 के बाद अपने उच्चतम स्तर 4.76% पर पहुंच गया.
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कच्चे तेल की कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 1.44% बढ़कर 80.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें रुपये पर अतिरिक्त दबाव बना रही हैं.
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विदेशी निवेशकों का रुख
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,254.68 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिक्री की. इस बिकवाली ने भी घरेलू मुद्रा पर दबाव डाला.
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