बक्सर
. भगवान सूर्य को धनु से मकर राशि में गमन करने के उपलक्ष्य में मंगलवार को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा. इस अवसर पर यहां की उतरायणी गंगा में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जमघट लगेगा. प्रदेश के दूसरे जिलों व सुदूरवर्ती इलाके के स्नानार्थियों के पहुंचने का सिलसिाल सोमवार से ही शुरू हो गया था. ट्रेनों व बसों के अलावा चार पहिया से श्रद्धालु शाम से ही पहुंचने लगे थे.डुबकी लगाने के लिए एक दिन पहले ही आने लगे थे स्नानार्थी
पंचांग के अनुसार माघ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 14 जनवरी को अपराह्न 03.26 बजे भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे. हालांकि पुण्यकाल सूर्योदय के साथ ही शुरू हो जाएगा और सूर्यास्त तक रहने के कारण स्नान, दान व पूजा-पाठ का कार्य दिन भर होगा. इस खगोलीय घटना के साथ ही भगवान सूर्य उतरायण हो जाएंगे तथा खरमास का समापन होने के साथ विवाह-शादी समेत अन्य मांगलिक मुहूर्त शुरू हो जाएंगे. आचार्य श्रीकृष्णानंद जी पौराणिक ने बताया कि 13 जनवरी दिन सोमवार को पौष माह की पूर्णिमा है. जबकि मंगलवार को भगवान सूर्य, धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे. यह संक्रांति सूर्यास्त के साथ ही पूरी हो रही है, अतएव सूर्योदय काल प्रातः 6.40 बजे से संक्रांति के पुण्य काल प्रारम्भ होकर शाम 05.17 बजे तक रहेगा. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के पुण्य काल में स्नान व दान विशेष फलदायी माना जाता है. इसके लिए यहां उतरायणी गंगा में स्नान के लिए बिहार समेत उतर प्रदेश व झारखंड के कई जिलों से स्नानार्थी पहुंचते हैं. गंगा स्नान के बाद भगवान सूर्य की आराधना करने एवं तिल, चूड़ा, गुड़,गर्म वस्त्र आदि दान का विधान है. वही दिन में चूड़ा व दही तथा रात को लजीज खिचड़ी खाने का रिवाज है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है