– 3 अगस्त 2024 को ही मिला था अन्य विषयों के शिक्षकों को प्रमोशन
मुंगेरमुंगेर विश्वविद्यालय के 17 अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापकों को पांच माह बाद भी अपने प्रोन्नति का इंतजार पूरा नहीं हो पाया है. जबकि 3 अगस्त 2024 को ही एमयू ने दोनों विषयों को छोड़कर शेष विषयों के शिक्षकों को प्रोन्नति दी थी. वहीं पांच माह बाद अब दोनों शिक्षकों के प्रोन्नति को लेकर आंदोलन भी ठंडे बस्ते में चला गया है.
बता दें कि एमयू के 6 सालों के कार्यकाल में अबतक सबसे हंगामेदार और बड़ा आंदोलन शिक्षक प्रोन्नति का ही था. जिसमें 1 अगस्त 2024 से ही प्रोन्नति को लेकर शिक्षक विश्वविद्यालय में अनशन पर बैठ गये थे. वहीं प्रोन्नति को लेकर विश्वविद्यालय में लगभग तीन दिनों तक हंगामे की स्थिति भी बनी रही. जिसके बाद राजभवन के आदेश पर 3 अगस्त 2024 को विश्वविद्यालय में सिंडिकेट की बैठक आयोजित की गयी. जिसमें एकमात्र शिक्षक प्रोन्नति को अनुमोदित किया गया.अर्थशास्त्र व राजनीति विज्ञान के शिक्षक भी बैठे थे अनशन पर
1 अगस्त 2024 को अन्य शिक्षकों के साथ प्रोन्नति सूची में नाम नहीं होने के कारण अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शिक्षक भी विश्वविद्यालय में अनशन पर बैठे थे. इस दौरान दोनों शिक्षकों को 15 दिनों के अंदर प्रोन्नति देने का आश्वासन भी तत्कालीन कुलपति द्वारा दिया गया. इस बीच 19 अगस्त को तत्कालीन कुलपति का कार्यकाल समाप्त हो गया. जिसके बाद अबतक अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिल पायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है