बक्सर
. धर्म नगरी बक्सर समेत जिले भर में मकर संक्रांति का पर्व उत्सवी माहौल में पारंपरिक तरीके से मनाया गया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा समेत अन्य नदियों अथवा अन्य जलश्रोतों में आस्था की डुबकी लगाायी. एक अनुमान के अनुसार तकरीबन 50 हजार श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगायी. स्नान के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य के साथ पूजन-अर्चन किए और तिल, तिलकुट, चूड़ा, गुड़ व गर्म वस्त्रादि के दान किए. परंपरा का निर्वहन करते हुए दही के साथ चूड़ा व गुड़ खाए गए तथा रात में चटखारे के साथ लजीज खिचड़ी के स्वाद चखे गए. पर्व के इस पावन अवसर पर भीषण ठंड पर आस्था भारी पड़ी. नतीजा यह हुआ कि कड़ाके के सर्दी के बावजूद तड़के ब्रह्म मुहूर्त में स्नानार्थी गंगा घाटों पर पहुंचने लगे और पावन सलिला गंगा में गोते करने लगे. यहां के विभिन्न गंगा घाटों पर नगर समेत दूर-दराज से पहुंचे तकरीबन एक लाख श्रद्धालु स्नान किए. इस दौरान हर-हर गंगे के जयघोष से घाट गूंज उठे. स्नान क बाद भगवान भास्कर के अर्घ्य के साथ दान कर श्रद्धालु प्रमुख मंदिरों में गए और वैदिक मंत्रोचार के बीच आराध्य का दर्शन-पूजन किए. इसको लेकर शहर के रामरेखाघाट स्थित श्री रामेश्वरनाथ मंदिर समेत अन्य शिव मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ गया था. शहर के प्रमुख मठ-मंदिरों में भी चूड़ा-दही व खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण कर पर्व मनाया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है