महागामा प्रखंड के रामकोल पंचायत के रामकोल गांव में महिला स्वयं सहायता समूह के डीलर के कारनामे से लाभुक परेशान हैं. लाभुकों ने स्वयं सहायता समूह के डीलर पर मनमानी करने, राशन काटने और जरूरतमंदों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है. यह मामला अब तूल पकड़ रहा है और ग्रामीण डीलर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. गांव के कार्डधारियों ने बताया कि डीलर प्रति व्यक्ति आधा किलो चावल कम देते हैं. कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें महीनों से चावल नहीं दिया गया है. जब वे चावल की मांग करते हैं, तो डीलर बहाने बनाते हैं और कई दिनों तक दौड़ाते हैं. अंततः उन्हें कहा जाता है कि अब चावल नहीं मिलेगा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डीलर अंगूठा लगवाकर रशीद की पर्ची निकाल लेते हैं और राशन नहीं देते हैं. एक महिला लाभुक निखत आरा ने कहा कि डीलर और उसके परिवार ने उनके साथ धक्का-मुक्की की. वहीं, मोहम्मद नईम ने बताया कि डीलर की मनमानी से पूरा गांव परेशान है और गरीब लोग राशन कटौती की वजह से मजबूर हो रहे हैं. मामले पर ग्रामीणों ने पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद अख्तर को बताया है.
डीलर की मनमानी से तंग आ गये लाभुक
ग्रामीणों का कहना है कि डीलर की मनमानी से लाभुक अब तंग आ गये हैं. उन्होंने मांग किया कि डीलर पर कड़ी कार्रवाई की जाये, ताकि भविष्य में किसी भी कार्डधारी को इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. ग्रामीणों में नईम, इस्तेखार, इमरान खान, मुस्तकीम, जियाउल, जब्बार सहित सैकड़ों लोगों ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की अपील की है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि डीलर पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गयी, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे. गरीबों के राशन की कटौती करना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी. यह घटना सरकार की गरीब कल्याणकारी योजनाओं पर सवाल खड़े करती है. पूरे मामले की शिकायत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से की गयी है. बीएसओ के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है