Rourkela News: एनटीपीसी तालचेर थर्मल जो ओडिशा का सबसे पुराना पावर प्लांट है, इसकी 2 गुणा 660 मेगावाट परियोजना की पहली इकाई सितंबर 2027 तक चालू करने के लिए तैयार है, जबकि दूसरी इकाई दिसंबर 2027 तक चालू करने का लक्ष्य है. इस परियोजना से उत्पन्न 50 फीसदी ऊर्जा ओडिशा को आवंटित की जायेगी और शेष असम, गुजरात और तमिलनाडु में वितरित की जायेगी. वर्तमान में परियोजना का 20 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है और समय सीमा को पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लायी जा रही है.परियोजना प्रमुख (एचओपी) और मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) विजय चंद ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एनटीपीसी के प्रयासों को दोहराया. उन्होंने बताया कि प्लांट ने शून्य तरल अपशिष्ट का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम रखा गया है. इसके साथ ही ओडिशा वन विभाग के सहयोग से 90,000 पेड़ों का बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जा रहा है, जो क्षेत्र में हरित आवरण और जैव विविधता को बढ़ाने में योगदान देगा.पर्यावरण के साथ-साथ एनटीपीसी तालचेर थर्मल स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध है. चंद ने बुनियादी ढांचे में सुधार, बेहतर शैक्षिक अवसर प्रदान करने, स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और स्थानीय युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त बनाने के प्रयासों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि एनटीपीसी का उद्देश्य औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के संतुलन को बनाये रखना है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी पहली इकाई को 2027 तक समय पर चालू करने की प्रतिबद्धता के साथ, शून्य तरल अपशिष्ट, बड़े पैमाने पर पौधरोपण और सामुदायिक विकास कार्यक्रम जैसे प्रयास एनटीपीसी तालचेर थर्मल के सतत विकास और उत्तरदायी ऊर्जा उत्पादन की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.यह परियोजना न केवल ओडिशा को एक प्रमुख ऊर्जा केंद्र के रूप में स्थापित करेगी बल्कि हरित और समावेशी भविष्य की दिशा में एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेगी.
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