Bokaro News : मकर संक्रांति पर मंगलवार को अयप्पा मंदिर सेक्टर-05 में अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां लोगों ने हजारों दीपक जलाकर विशेष पूजन किया. सुबह छह बजे महा गणपति हवन के साथ पूजा शुरू हुई. पूरे मंदिर को खूबसूरत रंग-बिरंगी फूलों से सजाया गया था. भारत का पहला 1008 बाती का दीपस्तंभ को भी शाम की आरती के समय प्रज्वलित किया गया.
केरल से भजन करने पहुंचे वाद्य यंत्र के कलाकार :
अयप्पा सेवा संघम प्रबंधन ने केरल से वाद्य कलाकार प्रदीप कुमार और साथियों को बुलाया था, जो विगत तीन साल से मकर संक्रांति के दिन अयप्पा मंदिर में वाद्य कला प्रस्तुत करते आ रहे हैं. इसके अलावा प्रबंधन भजन के लिए भी केरल से उम्दा कलाकारों को बुलाया गया था. पूरा मंदिर भजन-कीर्तन और केरल के प्रसिद्ध वाद्योपकरण चेंडा की आवाज़ से गूंज रहा था.भक्तों ने उठाया दक्षिण भारत के व्यंजन का आनंद :
वहीं, हर साल की तरह दोपहर को दक्षिण भारत का व्यंजन सभी भक्तों को परोसा गया. शाम को भगवान को गर्भगृह से निकाला गया और सेक्टर-05 सहित आसपास में शोभायात्रा निकाली गयी. दीप और फूल से सजी थाली लिये काफी संख्या में शामिल महिलाएं शोभायात्रा का खूबसूरती को चार चांद लगा रही थीं.श्रद्धालुओं का किया आभार व्यक्त :
कार्यक्रम में अयप्पा सेवा संघम के अध्यक्ष पी राजगोपाल, उपाध्यक्ष मोहनन नायर, ई सुशीलन, जनरल सेक्रेटरी शशिचंद्रन करात, कोषाध्यक्ष बाबूराज आर ने सभी श्रद्धालुओं को पूजा में सहयोग करके सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है